GAYA: गया में फल्गु नदी पर बने देश के सबसे बड़े रबर डैम और स्टील ब्रिज का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, संजय झा, जीतनराम मांझी, जमा खां, अशोक चौधरी, विजय चौधरी सहित कई नेता मौजूद थे। इस दौरान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी मगही भाषा में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कह दिया कि नीतीश जी को बिहार की सेवा करते बहुत दिन हो गये हैं अब वे जरा देश की भी सेवा कर लें और तेजस्वी बिहार के मुख्यमंत्री बनकर जनता की सेवा करें।
मंच को मगही में संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बहुत-बहुत धन्यवाद कि हमरो अइसन छोटा आदमी के बोले के मौका मिललई है। यहां पर उपस्थित हमर लोकप्रिय मुख्यमंत्री जिनका मनवा में तो हमनी रखले हियई की उनका मुख्यमंत्री ना कहियई अब उनका प्रधानमंत्री कहियय तो ज्यादा अच्छा लगतई। उपमुख्यमंत्री बाबू तेजस्वी प्रसाद यादव यादव जी..को बाबू इसलिए कहलियई कि हमनी के पुत्रवत हथिन वो देहात में मगही में बाबू कहल जा हई ना यही से हम इनका बाबू कहलीन है। जब नीतीश बाबू भारत के प्रधानमंत्री बनतिन तब बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही ना बनतिन।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान फल्गू नदी में पूजा अर्चना की। इसके साथ ही 17 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष मेले की शुरूआत शुक्रवार से होगी। अब स्टील ब्रिज क माध्यम से लोग विष्णुपद से गयाजी डैम होकर सीताकुंड तक जा सकेंगे। इस रबर डैम के बनने से अब फल्गु नदी में साल भर पानी रहेगा।
3 मीटर ऊंचे एवं 411 मीटर लंबे डैम का नाम गयाजी डैम रखा गया है। रबर डैम की ऊंचाई 3 मीटर और लंबाई 411 मीटर है। इसे बनाने में 312 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह रबर डैम 2 साल में बनकर तैयार हुआ है। बता दें कि 22 सितंबर 2020 को नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। गयाजी डैम को बनाने में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके रबर ट्यूब में स्वचालित विधि से फल्गू नदी के बहाव को संचालित किया जा सकेगा।