अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB
1st Bihar Published by: Updated Tue, 15 Sep 2020 12:54:59 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : पीएम मोदी एक बार फिर बिहार के लोगों के लिए सौगात लेकर आये हैं. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले 14.5 किमी. लंबे फोरलेन पुल का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 21 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा. इस कार्यक्रम को लेकर सभी प्रशासनिक तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. गांधी सेतु के पश्चिम दिशा में बनने वाले इस पुल के निर्माण में 2926 करोड़ रुपए लागत का प्रोजेक्ट तैयार हो गया है.
पुल निर्माण की जिम्मेवारी कांट्रेक्टर एसपी सिंगला को दी गई है. पथ निर्माण विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री दिल्ली से इसका शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई केन्द्रीय मंत्री और बिहार सरकार के मंत्री ऑनलाइन मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम की सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. आज विभागीय पदाधिकारी स्थल निरीक्षण भी करेंगे.
आपको बता दें कि एनएच-19 पर पटना और हाजीपुर को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु के समानांतर गंगा नदी पर फोरलेन पुल की मंजूरी मिलने के बाद पुल निर्माण की दिशा में कार्य बहुत तेजी से शुरू किया गया था जिसके बाद शिलान्यास का कार्यक्रम तय किया गया है. वहीं इस पुल के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए तीन साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
बताया जा रहा है कि इस पुल के निर्माण में कुल 79.75 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास व व्यवस्थापन पर खर्च किए जाएंगे. निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (एपीसी) मोड में किया जाएगा. पूरे प्रोजेक्ट की लंबाई 14.5 किलोमीटर होगी, जिसमें पुल व एप्रोच रोड शामिल है.