अवैध संबंध को छिपाने के लिए बिहार के युवक ने 10 लोगों का बेरहमी से किया कत्ल, सनसनीखेज हत्याकांड का हुआ खुलासा

अवैध संबंध को छिपाने के लिए बिहार के युवक ने 10 लोगों का बेरहमी से किया कत्ल, सनसनीखेज हत्याकांड का हुआ खुलासा

DESK: अवैध संबंध की कहानी को दफन करने के लिए बिहार के एक युवक ने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसके बारे में सोंच कर भी आप सहम जायेंगे. संजय कुमार यादव नाम के इस युवक ने एक-एक कर 10 लोगों को मार डाला. मर्डर के बाद उसने इसे आत्महत्या करार देने की भी साजिश रची. लेकिन आखिरकार पुलिस ने उसकी हैवानियत का पर्दाफाश कर दिया.

तेलगांना पुलिस ने किया हैवानियत का पर्दाफाश

दरअसल तेलंगाना के वारंगल में पांच दिन पहले एक कुएं से 9 शव मिले थे. एक कुएं से 9 लाश मिलने के बाद पुलिस सकते में थी. पुलिस ने जब पूरी जांच पड़ताल की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मर्डर मिस्ट्री की गुत्थी सुलझाने के बाद जो कहा है, वो बेहद हैरान करने वाला है. तेलगांना पुलिस के मुताबिक ये हत्याएं बिहार के युवक ने की थी. बिहार के युवक संजय कुमार यादव ने अवैध संबंध के चक्कर में अपनी प्रेमिका को मार डाला था. अवैध संबंध और प्रेमिका के कत्ल का राज छिपाने के लिए उसने बेरहमी से नौ और लोगों को मार डाला. 

वारंगल के पुलिस कमिश्नर वी.रविंदर ने मीडिया को बताया कि वारंगल के गोरकुंटा गांव में रहने वाले एक परिवार के 6 सदस्यों और 3 अन्य मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया. उनके शव ही कुएं से बरामद किये गये थे. इन हत्याओं को बिहार के युवक संजय कुमार यादव ने अंजाम दिया था. पहले उसने 9 लोगो की हत्या की और फिर उसने सभी शवों को एक-एक कर बोरे में भरकर कुएं में फेंक दिया. वारंगल पुलिस ने जब सिर्फ 26 साल के बिहार निवासी मजदूर संजय कुमार यादव को गिरफ्तार किया, तब जाकर उसके कत्ल-ए-आम की कहानी सामने आयी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. 

अवैध संबंध की घिनौनी कहानी

वारंगल पुलिस कमिश्नर वी.रविंदर ने बताया कि वारंगल के गोरकुंटा गांव में बोरे बनाने की फैक्ट्री है. बोरे बनाने की फैक्ट्री में काम करने वालेर प्रवासी मजदूर यहीं रहते हैं. आरोपी संजय कुमार यादव भी वहीं रहता था. बगल में ही पश्चिम बंगाल का रहने वाला मकसूद अपनी पत्नी निशा और परिवार के छह सदस्यों के साथ रहता था. पुलिस जांच में पता चला कि संजय के निशा की भतीजी रफीका के साथ अवैध संबंध थे. रफीका के तीन बच्चे थे और उसे पति ने छोड़ रखा था. 

पुलिस के मुताबिक संजय रफीका के साथ ही रहता था लेकिन उनकी गलत नजर रफीका की 15 साल की बेटी पर भी थी. जब रफीका को संजय के इरादों की जानकारी मिली तो उसने कड़ा विरोध किया. इसके बाद संजय ने रफीका की हत्या  साजिश रची. संजय ने रफीका के चाचा मकसूद को बताया कि वह रफीका से शादी करता है इसलिए उसे साथ लेकर बंगाल जा रहा है.  

चलती ट्रेन से प्रेमिका को फेंक दिया

वारंगल पुलिस के मुताबिक 6मार्च को ही संजय रफीका के साथ बंगाल के लिए ट्रेन से निकला. रास्ते में उसने रफीका को नींद की गोली खिला दी और फिर उसका गला घोंट दिया. संजय ने उसके बाद रफीका के शव को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया और फिर वापस वारंगल लौट आया. उसके वापस लौटने के बाद जब मकसूद ने रफीका के बारे में पूछा तो संजय ने कह दिया कि वह गांव में है और बाद में वापस आएगी. लेकिन मकसूद को संजय के इरादों पर शक हुआ. वे रफीका को लेकर लगातार पूछताछ करने लगे तब संजय ने उन सबों को मार डालने की साजिश रची. 

शातिर तरीके से किया लोगों का मर्डर 

पुलिस के मुताबिक 20 मई को मकसूद के बड़े बेटे शाबाज का जन्मदिन था. संजय ने उसी दिन मर्डर करने का प्लान रचा. वह मकसूद के घर गया और खाने में ढ़ेर सारी नींद की गोलियां मिला दी.  बर्थ डे की इस पार्टी में मकसूद के घर वालों के साथ साथ त्रिपुरा से आया शकील भी शामिल था. वे सभी मौत की साजिश के शिकार हो गये. संजय को मकसूद के घर में उसी बिल्डिंग में रहने वाले बिहार के दो युवकों ने देख लिया था. यही कारण था कि संजय ने उन्हें भी नींद की गोली देकर सुला दिया. बाद में संजय ने सभी को बोरे में भरकर कुएं में फेंक दिया. पुलिस के मुताबिक इस पूरी घटना को अंजाम देने में संजय का एक साथी भी शामिल था जिसकी तलाश की जा रही है. 

कुएं से शव निकलने पर मची थी सनसनी

वारंगल में 21 मई को एक कुएं से मकसूद उसकी पत्नी निशा के अलावा बेटी बसरा  और बसरा का तीन साल के बच्चे का शव मिला था. अगले दिन यानी 22 मई को मकसूद के बेटे शाबाज और सोहैल. बिहार निवासी श्याम और श्रीराम और त्रिपुरा के शकील का शव निकाला गया था. एक ही इलाके के दो अलग अलग कुएं से शव मिलने के बाद सनसनी मच गयी थी.