BEGUSARAI : बेगूसराय में AK-47 से शख्स की हत्या ने पूरे इलाके में हडकंप मचा दिया है. शराब के खेल में AK-47 से हुई फायरिंग ने यह साबित कर दिया है कि शराब माफियाओं की पकड़ बिहार में कितनी मजबूत है.
वारदात के पीछे शराब माफियाओं का हाथ
अपराधियों ने जिस शख्स को AK-47 से भून डाला उसका नाम अमरजीत बताया जा रहा है. अमरजीत के घर वाले बताते हैं कि अमरजीत पहले शराब का ही कारोबार करता था. शराब का कारोबार करने की वजह से ही उसको जेल हुई थी और वो 15 दिन पहले ही जेल से निकला था. घर वालों की माने तो इलाके के बड़े शराब माफिया उस पर फिर से इस धंधे में उतरने का दबाव बना रहे थे, जबकि चर्चा यह भी है कि अमरजीत और शराब माफियाओं के बीच कुछ पैसों के लेन देन का भी मसला चल रहा था. दबी जुबान में लोग यह बता रहे हैं कि इस वारदात के पीछे पैसे की लेन देन बड़ी वजह है.
AK-47 गरजती रही और पुलिस को भनक तक नहीं लगी
पीड़ित परिवार का कहना है कि अपराधियों ने पहले गाय को खोल दिया. गाय के भागने की आहट पाकर जैसे ही अमरजीत बाहर निकला, अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरु कर दी. बताने वाले लोग बताते हैं कि वारदात की जगह से कुछ मीटर पर ही एफसीआई थाना है लेकिन पुलिस 1 घंटे बाद मौका-ए-वारदात पर पहुंची. तब तक सारे अपराधी आराम से निकल गए थे. अमरजीत के परिवार वालों का यह आरोप है कि पुलिस एके-47 से हुई फायरिंग की बात को दबाने में लगी है. परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने सारा खोखा जब्त कर लिया है. हालांकि पुलिस एके-47 से फायरिंग की बात को नकार रही है और इसे आपसी रंजिश में हुई हत्या मान कर चल रही है.
बेगूसराय से जितेन्द्र की रिपोर्ट