JAHANABAAD : एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर निकले हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके ही सरकार में सहयोगी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गरीब जोड़ो यात्रा पर निकल चुके हैं। इस बीच अपनी इस यात्रा में जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से बिहार सरकार के तरफ से उनकी अनदेखी करने की बातें कह डाली है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि,जब मैं मुख्यमंत्री था तो बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता की घोषणा की गई थी। लेकिन मेरे मुख्यमंत्री पद से हटते ही सूबे के नए और वर्तमान सीएम नीतीश कुमार ने बेरोजगारी भत्ता का नाम बदलकर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड कर दिया। लेकिन आज स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लेने के लिए छात्रों को कार्यालय के चक्कर लगाते-लगाते जूते घिस रहे हैं। इसके बाबजूद कई लोग सही ढंग से इसका फायदा नहीं ले पाते हैं।
इसके आगे जीतन राम मांझी ने कहा कि, राज्य के अंदर कई ऐसे बुनियादी सुविधाएं हैं जो अभी भी आम लोगों को नहीं मिल पा रही ह। इसको लेकर आम लोग लोग कार्यालय के चक्कर लगाते-लगाते थक जा रहे हैं। अब हमारी यह यात्रा इन्हीं बातों को जानने के लिए निकाला गया है। इस यात्रा के जरिए, गरीब लोगों को सभी बात की जानकारी ली जा रही है और सरकार तक इस बात को पहुंचाया जाएगा।
वहीं महागठबंधन में टूट होने की बातों पर जीतन राम मांझी ने कहा कि, कुछ लोग जब हार जाते हैं तो अनाप-शनाप बोलते रहते हैं, इसलिए ऐसी कोई बात नहीं है। 2024 में महागठबंधन पूरी एकता और दमखम के साथ चुनाव लड़ेगा और भारी बहुमत से जीत हासिल करेगा। हालांकि, उन्होंने एक बार फिर से महागठबंधन में कार्डिनेशन कमिटी की मांग को लेकर कहा कि, यह मेरी मांग नहीं है, बल्कि महागठबंधन की मांग है। भाकपा माले के नेता दीपांककर भट्टाचार्य ने भी कमिटी गठन करने की मांग की है और जल्द ही कमिटी गठन होने के आसार है।
आपको बताते चलें कि, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिदुस्तानि आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी इन दिनों गरीब संपर्क यात्रा पर निकले हुए हैं। इसी यात्रा को लेकर वो जहानाबाद पहुंचे। जहां वो हुलासगंज, बौरी, धराउत और कई गांवों का दौरा किया। इन इलाकों में पार्टी की ओर से नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। साथ ही मांझी और पार्टी के नेता आम लोगों की समस्याओं से रूबरू हुए। इस दौरान मांझी ने कहा कि, वो गरीब लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाने के लिए वे गरीब संपर्क यात्रा पर निकले है। साथ ही, उन्होंने कहा कि बिहार के कई ऐसे महापुरुष हैं, जिन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए। श्री बाबू और दशरथ मांझी जैसे लोगों की सरकार उपेक्षा कर रही हैं।