फर्क साफ है: BJP दफ्तर के बाहर लगाया गया पोस्टर, महागठबंधन और बीजेपी के बीच के अंतर को बताया गया

फर्क साफ है: BJP दफ्तर के बाहर लगाया गया पोस्टर, महागठबंधन और बीजेपी के बीच के अंतर को बताया गया

PATNA: प्रदेश कार्यालय के बाहर लगाये गये पोस्टर के माध्यम से बीजेपी ने नीतीश-तेजस्वी और अखिलेश सिंह पर जमकर निशाना साधा। पोस्टर के जरिये बीजेपी ने खुद को श्रीराम को मानने वाली पार्टी तो बताया ही साथ ही हर धर्म के प्रति आदरभाव रखने वाला बताया। वही इस पोस्टर के माध्यम से महागठबंधन पर हमला बोलते हुए बैनर यह बड़े अक्षरों में लिखा गया है कि "फर्क साफ है"। 


बीजेपी दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर के माध्यम से नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और अखिलेश सिंह पर बीजेपी ने निशाना साधा है। बीजेपी और महागठबंधन में क्या अंतर हैं यह इस बैनर के दिखाने की कोशिश की गयी है। बताया गया है कि दोनों के बीच क्या फर्क यह पूरी तरह से क्लीयर है। बीजेपी का मानना है कि वो भगवान श्रीराम को मानते है और हर धर्म के प्रति आदरभाव रखते हैं। जबकि महागठबंधन के बारे में बीजेपी का मानना है कि वे केवल हिन्दू धर्म को अपमान करते हैं बल्कि अन्य धर्म के प्रति सम्मान रखते हैं। 


इस तरह से दोनों राजनीतिक दलों के बीच का अंतर बताने की कोशिश बीजेपी ने की है। बीजेपी नेता अशोक कुमार और लव कुमार सिंह ने यह बैनर बीजेपी कार्यालय के मेन गेट पर लगाया है। जिसमें इस बात का भी जिक्र है कि रामचरितमानस पर विवादित बयान दिये जाने के बावजूद  बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो.चंद्रशेखर अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं। वही स्वामी प्रसाद मौर्य को भी डिमोशन की जगह प्रमोशन दिया गया उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया। 


हिन्दू धर्म को लेकर विवादित बयान देने वालों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी बल्कि प्रमोशन दिया गया। महागठबंधन पर यह आरोप बीजेपी ने लगाया है। बैनर में एक ओर संजय जायसवाल, विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी, अश्विनी चौबे, सुशील  मोदी की तस्वीर है तो दूसरी ओर नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, अखिलेश सिंह और चंद्रशेखर की तस्वीर लगायी गयी है। बीजेपी के इस पोस्टर में दोनों पार्टियों के बीच के अंतर को शब्दों के माध्यम से दिखाया गया है। बीजेपी ने विवादित बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई किए जाने की मांग महागठबंधन से की है।