फेसबुक पर LIVE आकर तेजस्वी ने सरकार को घेरा, कहा- विपक्ष के नाते हम पूरी तरह से सहयोग करने को हैं तैयार, नहीं संभल रहा तो गद्दी छोड़ दें

फेसबुक पर LIVE आकर तेजस्वी ने सरकार को घेरा, कहा- विपक्ष के नाते हम पूरी तरह से सहयोग करने को हैं तैयार, नहीं संभल रहा तो गद्दी छोड़ दें

DESK: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज फेसबुक पर लाइव जुड़े और बिहार की जनता से बातचीत की। तेजस्वी ने इस दौरान बिहार सरकार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि विपक्ष के नाते हम पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से पूरा देश जुझ रहा है। कोरोना से बिहार की स्थिति बेहद खराब है। बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से फेल साबित हुई है। बिहार में कही भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण बिहार की जनता परेशान हैं।

 

सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि सरकार चोर दरवाजे से आई है लेकिन हमारी कोशिश है कि इस महामारी के वक्त सरकार को मदद पहुंचाए। महामारी को लेकर हमने सरकार को चिट्ठी भी लिखी लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। हमने अपनी पार्टी के नेताओं को यह निर्देश दिया कि जनता की सेवा में लगे ताकि लोगों को कोई परेशानी ना हो। 


हमने कहा था की कोरोना मरीजों को परेशानी ना हो इसे लेकर सरकार हमारे कार्यालय और सरकारी बंगले को ले लेकिन इस पर कोई पहल नहीं की गयी। सरकार ने हमारी मदद नहीं ली। हमने राघोपुर के लिए फंड दिया। सउदी अरब से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर जिला प्रशासन को सौंपा। बिहार की स्थिति की बात करें तो कही भी इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है। इस विपदा की घड़ी में राजनीति नहीं होनी चाहिए। अपनी कमी को दूर करते हुए व्यवस्था में सुधार करना चाहिए लेकिन सरकार इस कमी को मानने को तैयार नहीं है।


सत्ता पक्ष के लोग लगातार यह सवाल कर रहे हैं कि तेजस्वी गायब है। सरकार में बैठे लोग आज हमें याद कर रहे हैं ऐसे में पता चलता है कि सरकार से बिहार संभल नहीं रहा है। बिहार में डबल इंजन की सरकार है यदि बिहार में सत्ता नहीं संभल रहा है तो गद्दी छोड़ दिजिए। हमलोगों से कहा जा रहा है कि सड़क पर आईए अस्पतालों का दौरा किजिए और जब हमलोग सड़क पर आते है तब केस कर दिया जाता है।


नीतीश कुमार जी पूरी तरीके से थक चुके है उनसे बिहार संभल नहीं रहा है। उन्हें बिहार की कोई चिंता नहीं है। सरकार में जितनी भी पार्टियां है उनके नेता को अस्पताल में जाना चाहिए।वहां की व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश की जानी चाहिए। अस्पताल में ना दवा है ना एम्बुलेंस ना ही ऑक्सीजन और ना बेड है ऐसे में मरीजों का इलाज कैसे होगा भगवान ही मालिक है। अस्पताल में जो पद रिक्त है उसे भरने का काम किया जाना चाहिए। सरकार ने बिहार में कोई काम नहीं किया है। जिसका नतीजा आज सबके सामने है। तेजस्वी ने मांग की है कि पटना के अस्पतालों में जाने की इजाजत उन्हें दी जाए तो हम वहां जाएंगे लेकिन सरकार ऐसा नहीं करेंगी। जब हम अस्पताल जाएंगे तब केस कर दिया जाएगा।


तेजस्वी ने कहा कि विपक्ष की भूमिका यह है कि जो वास्तविकता है उसे हम सरकार के समक्ष रखें और वो काम हम बखुबी कर रहे हैं। जिन्हें लग रहा है कि सरकारी व्यवस्था दुरुस्त है वे घर से बाहर निकले और अस्पताल, श्मशान घाट पर जाएं और वहां की स्थिति को देखें। अब हमलोगों ने फैसला लिया है कि सरकार को चिट्ठी लिखकर अस्पतालों में जाने की मांग करेंगे। हमारी पार्टी हर व्यवस्था को कराने को तैयार हैं। हमलोग हर संभव मदद को तैयार हैं।



लालूजी की शारिरीक स्थिति ठीक नहीं है। कुछ दिन पहले उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। हम चाहते है लालूजी जल्द से जल्द ठीक हो और जनता के बीच आए। तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण उन्हें पटना नहीं लाया जा रहा है। लालूजी ने भी पार्टी के लोगों से कहा कि जनता की सेवा में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।


नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज फेसबुक पर लाइव आएं। इस दौरान बिहार की जनता के समक्ष उन्होंने अपनी बातें रखी। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि विधायकों का हाथ पैर काट दिया गया है। विधायक फंड की राशि को सरकार ले चुकी है। ऐसे में विधायक फंड की राशि का क्या हुआ? सीएम रिलिफ फंड और पीएम केयर फंड का पैसा कहा गया? हर विधायक और एमएलसी से दो करोड़ रुपया फंड से लिया गया है। जनप्रतिनिधियों की संख्या 312 है जिनसे कुल 624 करोड़ रुपये लिए गये वह पैसा कहा गया?  ये पैसे कहां खर्च हो रहा है? हम तो कह रहे हैं कि दो की जगह तीन करोड़ ले लिजिए लेकिन वो पैसा कहां खर्च हो रहा है वो दिखना चाहिए। 


तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार की जनता अपने विधायक को ढूंढ रही हैं लेकिन सच्चाई है कि विधायकों के पास फंड तक नहीं है। उनके फंड को सरकार ने ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग का बजट 13 हजार करोड़ का है सरकार स्वास्थ्य विभाग की पैसे को खर्च नहीं कर पाती है। वही विधायकों के फंड को भी ले लिया गया।


 राजद पहली ऐसी पार्टी है कि जिसने चुनाव के वक्त कहा था कि चुनाव नहीं कराएं। लेकिन चुनाव हुआ और चोर दरवाजे से नीतीश कुमार सत्ता में आएं। पीएम मोदी कहते थे कि वे बिहार के नेता हैं लेकिन वे बिहार में नजर नहीं आ रहे हैं। पीएम केयर फंड की राशि का क्या कर रहे हैं? अश्विनी चौबे ने जो कुछ किया वो सभी ने देखा है।


 राजद पहली ऐसी पार्टी है जिसने कोरोनाकाल में अपने विधायकों की सैलरी देने का काम किया। कार्यालय और आवास को देने की बात कही। चार साल में एक बार भी मुख्यमंत्री ने हमारे किसी चिट्ठी का जबाव नहीं दिया। नेता प्रतिपक्ष जब चिट्ठी लिखा तो उसका जबाव देना चाहिए था। सडकों और अस्पतालों में जाने की  हमें अनुमति नहीं दी जा रही है। यदि वे अस्पतालों में जाएंगे तब उन पर केस करा दिया जाएगा। 


तेजस्वी ने कहा कि यदि बिहार आपसे नहीं संभल रहा है तो आपकों गद्दी छोड़ देनी चाहिए। कुछ लोग भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं उससे बचना चाहिए क्यों की यदि सड़कों पर आएंगे तो जेल भेज दिया जाएगा। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है।