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1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Mon, 15 Apr 2024 06:41:52 PM IST
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BEGUSARAI : ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है कि किसी को नौकरी लगे और वह अपनी पहली सैलरी बच्चों के बीच बांट दे। बल्कि यह देखने को जरूर मिलता है कि पहली सैलरी आने की खुशी में लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को रेस्टूरेंट में पार्टी देने लगते हैं। इससे अलग बीपीएससी परीक्षा पास कर सरकारी टीचर बनी स्नेहा ने जो कुछ किया उसे जानकर परिवार वाले भी बिटिया पर गौरवान्विंत हैं। क्योंकि बिटिया ने अपना तो मान बढ़ाया ही, साथ ही परिवार वालों का भी मान बढ़ाने का काम किया है।
दरअसल, बीपीएससी पास शिक्षिका स्नेहा शर्मा की पहली सैलरी आई थी। तब उसने मन बना लिया कि वह अपनी पहली सैलरी बच्चों पर खर्च करेगी। वो पहुंच गयी झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के पास और मार्केट से पाठ्य सामग्री खरीदकर उनके बीच वितरित करने लगी। बच्चों को जो स्कूल बैग दिया गया, उसमें कलम, कॉपी, वाटर बोतल सहित पाठ्य सामग्री रखे गए थे। जिसे पाकर बच्चे काफी खुश हुए। स्नेहा की इस पहल से बच्चों के माता-पिता और इलाके के लोग भी उसकी तारीफ कर रहे हैं।
शहर की चकाचौंध में जहाँ एक-दूसरे के लिए लोगों को समय नहीं मिल पाता है, वहीं कुछ लोग समय निकाल कर जरूरतमंदों की जरूरतों को पूरा करने में लगे रहते हैं। श्रीकृष्ण नगर के रहने वाले राजेश कुमार की बेटी स्नेहा शर्मा ने BPSC Tre - 2 में सफलता हासिल कर शिक्षिका बनने के बाद राधा देवी कन्या मध्य विद्यालय, नावकोठी में नियुक्त हुई है। अपने पहले माह का वेतन मिलने के बाद माया कौशल्या फाउंडेशन द्वारा झुग्गी-झोपड़ी बस्ती में जनसहयोग से संचालित पाठशाला के बच्चों के बीच स्कूल बैग, वाटर बोतल, कॉपी, कलम इत्यादि समान का वितरण किया।
बच्चों की पाठशाला में बैग वितरित करते हुए स्नेहा शर्मा ने कहा कि इन बच्चों के बीच स्कूल बैग वितरण करते हुए बहुत खुशी महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि झुग्गी-झोपड़ी में बच्चों की पाठशाला में बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देना सराहनीय काम है। आम लोगों को इस प्रकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। स्नेहा शर्मा के पिता राजेश कुमार ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन अपने समाज में अपने आसपास के जरूरतमंद की जरूरत को पूरा करना अपने आप में दिल से संतुष्टि मिलती है। मौके पर मौजूद शिक्षक विक्की भाटिया ने कहा कि पाठशाला में अध्ययनरत 120 बच्चों के बीच बैग का वितरण सराहनीय कदम है। बैग मिलने के बाद सभी बच्चों के चहेरे पर गजब का उत्साह था। सभी बच्चों ने एक सुर में स्नेहा शर्मा को थैंक यू मैम भी कहा।