एक साल बाद रिम्स पहुंचे राजद सुप्रीमो, पेइंग वार्ड में रहेंगे लालू यादव, इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का होगा गठन:अधीक्षक

एक साल बाद रिम्स पहुंचे राजद सुप्रीमो, पेइंग वार्ड में रहेंगे लालू यादव, इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का होगा गठन:अधीक्षक

RANCHI: चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में CBI की विशेष अदालत ने आज RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत 75 आरोपियों को दोषी करार दिया है। लालू समेत 41 आरोपियों की सजा के बिन्दु पर सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तारीख निर्धारित की है। लालू प्रसाद की स्वास्थ्य रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद उन्हें होटवार जेल भेजा गया। होटवार जेल में कागजी कार्रवाई किए जाने के बाद उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया गया है। 


राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को एक बार फिर RIMS के पेइंग वार्ड A-11 में रखा जाएगा। लालू के रिम्स आने की सूचना मिलते ही  कमरे की सफाई कराई गयी। कमरे में लगे बेड की चादर को बदला गया। वही फ्रिज, टीवी, एसी, गीजर सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की गयी।


 बता दें कि इससे पहले भी करीब दो साल दो महीने तक लालू RIMS में रह चुके हैं। जनवरी 2021 में लालू यादव को RIMS से AIMS रेफर किया गया था। रिम्स के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरन बिरुआ ने बताया कि लालू यादव कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा। जिसमें कई विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक रहेंगे।


बता दें कि रिम्स में रहने के दौरान उन्हें तीन अलग-अलग भवनों में रखा गया था। पहले कॉर्डियोलॉजी बिल्डिंग में उन्हें शिफ्ट किया गया था। जहां कुत्तों की आवाज से परेशानी होने के बाद पेइंग वार्ड में शिफ्ट कराया गया था। 


पेइंग वार्ड में कोरोना संक्रमण के डर से उन्हें कैली बंगला में शिफ्ट किया गया था। पेइंग वार्ड में इलाज के लिए रोजाना एक हजार रुपए देने होते हैं। पेइंग वार्ड के लिए लालू ने 7 लाख से अधिक का किराया भुगतान किया था। जिसके बाद उन्हें कैली बंगला में शिफ्ट किया गया था।


लालू प्रसाद कई बीमारियों से जूझ रहे हैं। शुगर, ब्लड प्रेशर सहित 15 बीमारियों से वे पीड़ित हैं। वे किडनी की बीमारी से भी परेशान हैं। अनियंत्रित डायबिटीज की वजह से वे पूरी तरह इंसुलिन पर निर्भर हैं।