मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: योग्य लाभार्थियों को मिले राशन कार्ड, PDS दुकानों की रिक्तियां शीघ्र भरें, Zero Office Day अभियान में सख्ती कैमूर में विवाहिता की संदिग्ध मौत, मायकेवालों ने ससुराल पक्ष पर लगाया जहर देकर मारने का आरोप Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम वीरपुर में किसान सम्मान समारोह: संजीव मिश्रा ने सैकड़ों किसानों को किया सम्मानित World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई यूट्यूबर दिवाकर सहनी और उनके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है वीआईपी: मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: VISHWAJIT Updated Tue, 23 Jan 2024 01:31:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना के गांधी मैदान में लाखों शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलने के बाद पिछले सात साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे ग्रामीण चिकित्सकों का सब्र टूट गया। मंगलवार को हजारों की संख्या में ग्रामीण चिकित्सकों ने सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। ये लोग नीतीश और तेजस्वी सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाकर जमकर हंगामा कर रहे हैं।
ग्रामीण चिकित्सकों का कहना है कि 2014 में नीतीश कुमार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह बात कही थी कि सभी ग्रामीण चिकित्सकों को स्वास्थ्य मित्र बनाया जाएगा। उसके बाद 2016 में परीक्षा ली गई। सभी ग्रामीण चिकित्सक लिखित एवं प्रायोगिक परीक्षा में भी पास हो गए हैं, लेकिन, अभी तक हमलोगों को स्वास्थ्य मित्र के रूप में नियुक्ति नहीं कराई गई।
ग्रामीण चिकित्सक का कहना है कि एक माह से हम लोग गर्दनीबाग में धरने दे रहे हैं। सरकार का कोई नुमाइंदा हमलोगों से मिलने तक नहीं पहुंचा। हमलोगों ने जब तेजस्वी यादव से मिलने की बात कही तो बार बार उन्हें शहर से बाहर होने की बात कही जाती रही। ऐसे में राजद कार्यालय के घेराव के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो इसी तरह आंदोलन चलता रहेगा और अब हमलोग सीएम हाउस के बाहर आत्मदाह करेंगे।