मस्जिद खाली करने को तैयार नहीं थे मौलाना, डोभाल पहुंचे तो शुरू हुआ 'ऑपरेशन मरकज'

मस्जिद खाली करने को तैयार नहीं थे मौलाना, डोभाल पहुंचे तो शुरू हुआ 'ऑपरेशन मरकज'

DELHI: निमाजुद्दीन के पास मौजूद मरकज को खाली कराने में काफी मुश्किलों का सामने करना पड़ा है. मस्जिद के मौलाना साद खाली करने को तैयार नहीं थे. इसको लेकर दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां बात कर रही थी. लेकिन नहीं माने तो तब रात 2 बजे डोभाल मनाने के लिए पहुंचे. तब जाकर मस्जिद को खाली कराया गया. बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से आग्रह किया कि वह जमात को मस्जिद खाली करने के लिए राजी करें.


कराई गई मस्जिद की सफाई

बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने मरकज में कोरोना संक्रमण की खबर सभी राज्यों और पुलिस को दिया था. डोभाल के पहल पर ही 167 तबलीगी वर्कर्स को हॉस्पिटल में भर्ती कराने पर सहमत हुआ था. यही नहीं डोभाल के कहने पर ही के जमात नेता मस्जिद की भी सफाई को राजी हुए थे. मस्जिद को सैनिटाइज किया गया.

बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज से कोरोना का संक्रमण फैला.लॉकडाउन के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में 1400 लोग ठहरे हुए थे. इस जमात में बड़ी तादाद में विदेशी भी शामिल थे. इनमें ज्यादातर मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक शामिल थे. इस जमात में शामिल मलेशिया की युवती झारखंड पहुंची थी. जो कोरोना पॉजिटिव मिली. इसे अलावे आंध्रप्रदेश में इस जमानत में शामिल हुए 6 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. इस जमात में शामिल हुए सैकड़ों लोगों को कोरोना संदिग्ध पाया गया है. रिपोर्ट आना बाकी है.