ब्रेकिंग न्यूज़

गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा

दीपांकर ने कहा-लोकसभा में खा चुके है धोखा, सम्मानजक सीटें नहीं मिली तो पार्टी 12 सीटों पर लड़ेगी अकेले चुनाव

1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 Nov 2019 09:56:40 PM IST

दीपांकर ने कहा-लोकसभा में खा चुके है धोखा, सम्मानजक सीटें नहीं मिली तो पार्टी 12 सीटों पर लड़ेगी अकेले चुनाव

- फ़ोटो

RANCHI: सीपीआई माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में धोखा खाए हुए है. इसलिए इस बार शर्त है. अगर किसी पार्टी से गठबंधन नहीं हुआ तो पार्टी 12 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. 

गठबंधन हुआ तो चाहिए 5 सीट

रांची में दीपांकर ने कहा कि माले गठबंधन करने को तैयार है, लेकिन अभी तक कोई वार्ता हुई है और न सीट शेयरिंग पर कोई बात किसी से हुई. अगर गठबंधन हुआ तो माले पांच सीट की मांग करेगा. इससे कम पर बात नहीं बनेगी. 

अकेले भी चुनाव लड़ने को तैयार

दीपांकर ने कहा कि अगर गठबंधन नहीं हुआ तो माले झारखंड विधानसभा का चुनाव वामदलों के साथ लड़ने को लेकर भी तैयार है. पार्टी 12 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. पांच चरण में चुनाव कराने पर सवाल उठाते हुए कहा कि झारखंड जैसे छोटे राज्य में पांच चरणों में चुनाव कराने के चुनाव आयोग के निर्णय अचंभित करने वाला है.  महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य का चुनाव एक दिन में खत्म हो सकता है तो झारखंड जैसे छोटे राज्य में चुनाव आयोग 5 दिनों का समय क्यों लेगा. यह समझ से परे है. बता दें कि शनिवार को जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा था कि चुनाव में वामदलों के साथ भी बातचीत होगी.