दीपा हत्याकांड की SIT जांच कराने कराने की मांग पप्पू यादव ने की, कहा- नालन्दा का नाम क्राइम यूनिवर्सिटी क्यों नहीं रख देते नीतीश बाबू

दीपा हत्याकांड की SIT जांच कराने कराने की मांग पप्पू यादव ने की, कहा- नालन्दा का नाम क्राइम यूनिवर्सिटी क्यों नहीं रख देते नीतीश बाबू


NALANDA: जन अधिकार पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पप्‍पू यादव आज नालंदा के बिहारशरीफ स्थित अलीनगर पहुंचे जहां पीड़ित परिजनों से मिलकर दीपा हत्याकांड की जांच SIT से कराने की मांग की। पीड़ित परिजनों से मिलने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि लड़की के साथ गैंग रेप हुआ है इसलिए इस मामले की SIT जांच की जाए और स्पीडी ट्रायल के जरिए तीन महीने के भीतर दोषियों को सजा दी जाए।



पप्पू यादव ने पीडि़त परिजनों से मुलाकात की और उन्‍हें 25 हजार रूपये की आर्थिक मदद दी। पप्‍पू यादव ने पीडि़त परिजन को न्‍याय का भरोसा दिलाते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध के सामने सरकार नतमस्‍तक है यही कारण है कि मुख्‍यमंत्री के गृह जिले में भी कोई सुरक्षित नहीं है। नालंदा में 10 दिनों में अपराधियों ने 10 लोगों की हत्या कर दी। इस मौके पर जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्‍यक्ष राजू दानवीर भी मौजूद थे।

   


वायरल ऑडियो को सुनने के बाद पप्पू यादव ने इस मामले में गैंग रेप होने का दावा किया है। इस मामले में बिहार थाना के इंस्पेक्टर की भूमिका पर भी सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। यही कारण है कि मृतक की मां से गलत तरीके से हस्तांक्षर करवा कर मामले को नया मोड़ देने की कोशिश की गई है। इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने की मांग करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पोस्टमार्टम में भी लड़की की हत्या की बात सामने आई है। पप्पू यादव ने कहा कि नालन्दा में अब दलित, गरीब, बेटी और आम आदमी कोई सुरक्षित नहीं रहा।  ऐसे में सुशासन बाबू नालन्दा का नाम क्राइम यूनिवर्सिटी क्यों नहीं रख देते।

 

पप्पू यादव ने कहा कि बिहार का यह दुर्भाग्‍य है कि यहां अपराधियों के मनसूबे सातवें आसमान पर हैं और सरकार फिर भी कानून का राज होने की बात करती है।  जिस प्रदेश में वैसे लोगों को मंत्री बनाया जाता हो जो ठेके और गैर कानूनी कार्यों में संलिप्त हैं। वहां अपराध की घटनाएं कम कैसे होगी। यहां राजनीतिक दल करोड़ों रुपए लेकर माफियाओं और अपराधियों को टिकट देते हैं। बिहार में हर रोज़ जो हत्या की घटनाएं बढ़ रही है वो इसी का नतीजा है। 



गौरतलब है कि बीते दिनों भी बिंद में दो दलित भाईयों की हत्‍या के बाद उनके परिजनों के दुख में शामिल होने पप्‍पू यादव नालंदा आये थे। इससे समझा जा सकता है कि नालंदा में लॉ एंड ऑर्डर किस हाल में पहुंच गया है।