दिनेश मुनि के एनकाउंटर के बाद शहीद थानेदार के घर पहुंचे डीजीपी, दी सलामी

दिनेश मुनि के एनकाउंटर के बाद शहीद थानेदार के घर पहुंचे डीजीपी, दी सलामी

PATNA : खगड़िया के पसराहा के तत्कालीन थानेदार आशीष कुमार सिंह के हत्यारे दिनेश मुनि को मुठभेड़ में मार गिराये जाने के बाद बिहार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने पटना स्थित थानेदार के आवास पर पहुंच कर परिजनों  से मुलाकात की है। डीजीपी ने इस मौके पर शहीद थानेदार को सलामी दी।


डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इस मौके पर शहादत को याद करते हुए कहा कि उन्होनें कहा कि समाज की सुरक्षा में जुटे हमारे अधिकारियों को भी कभी-कभी शहादत देनी पड़ती है। लेकिन मुझे इस बात का सुकून है कि हमारे बहादुर अधिकारी की मौत के जिम्मेवार अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में ढे़र कर दिया गया है। उन्होनें कहा कि ये इस ऑपरेशन में शामिल तमाम पुलिस बल के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने की अनुशंसा करेंगे। डीजीपी ने कहा कि एनकाउंटर का पूरा श्रेय एडीजी (ऑपरेशन) सुशील खोपड़े, एजीडी (एसटीएफ) विनय कुमार, एसपी खगड़िया और एसटीएफ और जिला पुलिस के लोगों को जाता है।


बता दें कि दिनेश मुनि पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।करीब डेढ़ साल से पुलिस दिनेश को खोज रही थी। लेकिन वह बार-बार बच जा रहा था। इसके बाद एसटीएफ ने जाल बिछाया और उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से दो कार्बाइन, एक बंदूक और 14 गोलियां बरामद की है।




गौरतलब है कि 11 अक्टूबर 2018 को दिनेश को पकड़ने गए पसराहा के तत्कालीन थानेदार आशीष कुमार एनकाउंटर के दौरान शहीद हो गए थे। एक सिपाही को भी उस समय गोली लगी थी। देर रात यह मुठभेड़ भागलपुर जिले के बिहपुर थाना क्षेत्र के दूधैला दियारा में हुई थी।आशीष कुमार सिंह 2009 बैच के दारोगा थे और पसराहा के थानेदार थे। दिनेश मुनि की मौजूदगी की सूचना के बाद वे चार सिपाहियों के साथ वहां पहुंचे थे इसी दौरान अपराधियों ने उन पर हमला बोल दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की लेकिन इसी बीच एक गोली आशीष कुमार सिंह के पेट में लग गयी।लेकिन घायल होने के बाद भी उन्होनें एक अपराधी को मार गिराया था।