PATNA : एसटीएफ के डीएसपी अमन कुमार के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली युवती आज मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में पहुंच गई. पीड़िता ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वह 5 महीनों से इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है. लेकिन शिकायत सुनने के बावजूद आरोपी डीएसपी के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. पीड़िता ने एसटीएफ डीएसपी अमन कुमार के ऊपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
युवती ने मुख्यमंत्री के सामने कहा कि वह बीते शुक्रवार को बिहार के डीजीपी एसके सिंघल के सामने भी अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी. लेकिन डीजीपी ने तो हद ही कर डाला. डीजीपी ने कह दिया कि लड़कियां पहले अपनी अदाओं से लड़कों को फंसाती हैं और फिर बाद में उनके ऊपर आरोप लगाती हैं. पीड़िता की शिकायत सुनते ही सीएम ने उसे पुलिस महानिदेशक के पास भेज दिया.
हैरानी की बात है कि जिस डीजीपी की शिकायत लेकर पीड़िता मुख्यमंत्री के पास पहुंची. मुख्यमंत्री ने उस पीड़िता को उसी डीजीपी के पास भेज दिया, जिसके ऊपर उसने अभद्र बातें और लड़कियों को लेकर गलत टिप्पणी करने को लेकर आरोप लगाया.
गौरतलब हो कि ये मामला जून महीने का है. दरअसल, पुलिस मुख्यालय पटेल भवन के पास एक युवती पहुंची और उसने डीएसपी पर कई गंभीर आराेप लगाया था. उसका दावा है कि उसने बिहार पुलिस के अधिकारियाें से डीएसपी के खिलाफ शिकायत की है. पीड़िता लॉ की छात्रा है. उसका आराेप है कि उसकी शादी एक युवक से तय हुई थी, पर उसने शादी से इनकार कर दिया था. उस युवक पर रेप का केस दर्ज कराया, पर पुलिस ने कुछ नहीं किया. इसी सिलसिले में न्याय के लिए पुलिस मुख्यालय आती-जाती थी.
इसी दाैरान डीएसपी से उसकी मुलाकात हुई. डीएसपी ने उस केस में मदद करने और एक अफसर से भेंट कराने का भराेसा देकर माेबाइल नंबर ले लिया और फिर बातचीत हाेने लगी. वे वाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजने लगे. हालांकि, इस मामले में छात्रा द्वारा पटना के किसी थाने में केस दर्ज नहीं कराया गया है.
इधर डीएसपी की पत्नी का कहना है कि छात्रा उसके पति काे प्रताड़ित और ब्लैकमेल कर रही है. उस पर काेर्ट में पहले से ही मुकदमा दर्ज कराया गया है. पत्नी का दावा है कि वह पति का माेबाइल लेकर उस पर मैसेज कर देती थी. महिला हेल्पलाइन में भी शिकायत की गई थी. पति काे ब्लैकमेल कर रकम मांगती है. रकम देने से जब उसके पति ने इनकार किया ताे वह रेप का आरोप लगाने लगी.