सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Police Transfer Posting: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, ASP स्तर के 23 अधिकारियों का तबादला Police Transfer Posting: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, ASP स्तर के 23 अधिकारियों का तबादला Bihar Election 2025: ‘पहले वाले ने कोई काम नहीं किया, उसे वोट मत दीजिएगा’, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मतदाताओं से अपील
1st Bihar Published by: Updated Wed, 18 Mar 2020 08:46:47 PM IST
- फ़ोटो
VAISHALI: वैशाली के सराय में एक आईपीएस अधिकारी के करीबी संबंधी के ढ़ाबे पर छापेमारी में बड़ी मात्रा में शराब पकड़ी गयी है. इस छापेमारी का निर्देश खुद डीजीपी ने दिया था. ढ़ाबा पर छापेमारी के तुरंत बाद मामले की जांच करने खुद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी सराय थाना पहुंच गये. डीजीपी एक घंटे तक थाने में बैठे रहे लेकिन थानेदार थाना छोड़कर फरार हो गये.
डीजीपी के निर्देश पर ढाबा पर छापेमारी
दरअसल आज शाम डीजीपी ने सीधे सराय के पास स्थित ललन सिंह ढ़ाबा पर छापा मारने का निर्देश दिया. ललन सिंह ढ़ाबा एक आईपीएस अधिकारी के निकट संबंधी का बताया जाता है. डीजीपी के निर्देश के बाद थाना ने छापेमारी की तो वहां बड़ी मात्रा में शराब बरामद हुआ. 7 लोगों को पकड़ा भी गया. बरामद शराब और गिरफ्त में आये लोगों को थाना ले आया गया.
अचानक थाना पहुंच गये डीजीपी
छापेमारी कर पुलिस सराय थाना पहुंची ही थी कि डीजीपी खुद थाना पर पहुंच गये. थाने में दूसरे पुलिसकर्मी तो मौजूद थे लेकिन थानाध्यक्ष रंजीत महतो नजर नहीं आये. बिहार के डीजीपी लगभग एक घंटे तक थाने में बैठे रहे. उन्होंने शराब के साथ ढ़ाबा से पकड़े गये एक-एक आदमी से बारी बारी से पूछताछ की. डीजीपी ये जानने की कोशिश कर रहे थे कि आखिरकार फोर लेन सड़क पर थाने से कुछ दूरी पर चल रहे ढ़ाबा में कैसे शराब बिक रही थी. इसमें कौन से लोग शामिल हैं.
डीजीपी के आने की खबर वैशाली के एसपी और दूसरे बड़े अदिकारियों को भी नहीं थी. खबर मिली तो एसपी और डीएसपी थाने पहुंचे. लेकिन थानेदार थाना छोड़ कर फरार हो गये. पुलिस सूत्रों के मुताबिक थानेदार की मिलीभगत से शराब का कारोबार चल रहा था. डीजीपी के छापे में इस बात का खुलासा हो गया है. डीजीपी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. फिलहाल पूरे मामले की विस्तृत जांच पड़ताल की जा रही है.
DGP ने थानेदार को किया सस्पेंड
डीजीपी गुप्तेश्वर ने थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है. अगले 10 साल तक थानाध्यक्ष को थानेदारी नहीं दी जाएगी. कई पदाधिकारियों के ऊपर भी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
विभागीय कार्रवाई में थानेदार बर्खास्त भी हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि कई दिनों से स्टेशन डायरी अपडेट नहीं था. 9 कैदी बिना डायरी में प्रविष्ट किये रखे गए थे. चौकीदारों के हवाले थाना था. थानेदार समेत कई अफसर गायब थे. एसपी के बुलाने पर एक-दो पुलिसकर्मी आये मगर थानेदार गायब रहें. डीएसपी भी थाने पर भागे-भागे पहुंचे.