PATNA: बिहार पुलिस की डीजी (होम गार्ड फायर बिग्रेड) शोभा अहोतकर की गालियों और टॉर्चर से परेशान आईजी विकास वैभव दो महीने की छुट्टी पर चले गये है। कल ही बिहार के सबसे काबिल आईपीएस अधिकारियों में माने जाने वाले विकास वैभव ने कल ही ट्वीट कर यह कहा था कि डीजी शोभा अहोतकर उन्हें लगातार गालियां दे रही हैं। हालांकि कि बाद में उन्होंने ट्वीट डीलिट कर लिया। लेकिन आज खबर यह मिल रही है कि विकास वैभव ने दो महीने की छुट्टी का आवेदन सरकार के पास भेज दिया है।
इस बीच डीजी होमगार्ड शोभा अहोतकर के बारे में कई चौकाने वाली खबरें सामने आ रही है। होमगार्ड सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक डीजी अहोतकर वहां तैनात हर बिहारी अधिकारी को लगातार गालियां दे रही थीं। पिछले 20 जनवरी को डीजी ने एक डीआईजी को इतना टॉर्चर किया और गालियां दी कि वे बैठक में ही बेहोश हो गये। डीआईजी करीब 45 मिनट तक बेहोश रहे। वही वहां तैनात एक एसपी को गालियां देने के साथ-साथ पीटने के लिये हाथ उठाने की भी बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक होमगार्ड के अधिकारियों ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखित तौर पर पहले ही इन बातों की जानकारी दी थी। लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
फर्स्ट बिहार ने आईजी विकास वैभव से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। आईजी विकास वैभव ने कहा कि अगर उन्हें कोई शिकायत होगी तो वे सरकार को लिखेंगे। मीडिया के समक्ष वे कुछ नहीं बोलेंगे। लेकिन होमगार्ड के कई अधिकारियों से फर्स्ट बिहार ने बात की कमोवेश सभी ने यह कहा कि शोभा अहोतकर खुले तौर पर बिहारी अधिकारी को गालियां दे रही है। ऐसी कोई बैठक नहीं होती जिसमें वे बिहारियों को गालियां नहीं देती।
सूत्रों के मुताबिक शोभा अहोतकर होमगार्ड में पोस्टिंग के बाद से ही गाली गलौज करती रही है। लेकिन ये सिलसिला तब बढ़ गया जब उन्हें बिहार का डीजीपी नहीं बनाया गया उसके बाद वे खुलकर बिहारियों को गाली गलौज करती रही हैं। हैरानी इस बात की है कि सरकार की नोटिस में ये बात आने के बावजूद शोभा अहोतकर पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
बता दें कि ये पूरा मामला बुधवार की देर रात से शुरू हुआ था. सीनियर आईपीएस ऑफिसर विकास वैभव ने बुधवार देर रात 1:43 बजे पर ट्वीट किया था जिससे प्रशासनिक और राजनैतिक हलके में खलबली मच गई. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था.
क्या था ट्वीट में?
IG विकास वैभव ने ट्वीट किया था- "मुझे आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18 अक्टूबर 2022 को दिया गया था और तब से सभी नौ दायित्वों के निर्वहन हेतु हर संभव प्रयास कर रहा हूं। प्रतिदिन तब से अनावश्यक डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। परंतु यात्री मन आज वास्तव में वास्तव में द्रवित है।"
माँ और पत्नी को गालियाँ दी
IG विकास वैभव ने फेसबुक पर भी अपना दर्द साझा किया. उन्होंने लिखा-मेरी पत्नी और माता को संबोधित करके मुझे वरीय डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी। रिकॉर्डिंग कर सकता था और इसलिए मोबाइल साथ लाने के लिए मुझे मना किया गया। सच में दुखी हूं। संन्यास हेतु यात्री मन वास्तव में आशान्वित है। परंतु "किंकर्तव्य विमूढ़" नहीं होना चाहता हूं। भयानक रूप से द्रवित हूं। सब माया है। ऐसे अपमान के लिए सर्वशक्तिमान से प्रार्थनारत हूं।
बिहारी कह कर गालियाँ
IPS विकास वैभव ने लिखा है कि सबसे अधिक दुख तब हुआ जब नौवीं कक्षा की अनुभूति के पश्चात पुनः बिहारी बोलकर इसलिए गाली दिया गया, क्योंकि उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें डीजी के लिए योग्य नहीं माना और नहीं चुना और चुकी डीजी बनने के लिए उनके द्वारा होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के लिए कार्य किया जा रहा था। परंतु निराशा में भी ऐसी पराकाष्ठा हुई कि वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा। सच में द्रवित हूं। महाराष्ट्र के अनेक महापुरुष मेरे आदर्श हैं छत्रपति शिवाजी तथा स्वतंत्र वीर प्रेरणा है।
विकास वैभव की इस ट्वीट से खलबली मची है लेकिन उन्होंने सभी पोस्ट डिलीट कर दिया बता दें कि IPS विकास वैभव बेहद चर्चित अधिकारी रहें हैं. NIA में उनके काम की चर्चा पूरे देश में हुई थी. पटना से लेकर रोहतास और दूसरे जिलों में पुलिस कप्तान के तौर पर उनका कार्यकाल बेहद चर्चित रहा था. इन दिनों वे सामाजिक कार्यों में काफी एक्टिव रहे हैं. वे लेट इंस्पायर बिहार नाम का एक संगठन चलाते हैं.जो सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है. इस संगठन से हजारों लोग जुड़े हुए हैं।