कोरोना संक्रमितों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से कहीं ज्यादा, सरकार ने जारी किया है ये डिटेल रिपोर्ट...

कोरोना संक्रमितों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से कहीं ज्यादा, सरकार ने जारी किया है ये डिटेल रिपोर्ट...

DESK : कोरोना वायरस ने अब तक विश्व में 15 लाख लोगों को अपने गिरफ्त में ले लिया है वहीं इस महामारी से 82 हजार लोगों की मौत हो गई है. भारत में भी इस महामारी से ग्रसित लोगों की संख्या में दिन प्रतिदिन लगातार इजाफा हो रहा है. भारत सरकार की  सक्रियता पर हम सवाल नहीं उठा सकते. 133 कारोड़े की विशाल जनसंख्या वाले देश को संक्रमण से बचाने के लिए, महामारी फैलने के शुरुआती दिनों में ही लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले लेना सरकार की द्रिढ़ता को दर्शाता है. अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश के भी हालात कुछ ठिक नहीं है. अमेरिका का न्यूयॉर्क शहर इस वक्त  COVID 19  का सेंटर बना हुआ है. COVID19 से जुड़े हुए कुछ आकडों को कल भारत सरकार ने जारी किया है, आइये उस पर नज़र डालते है.

COVID-19 India Network database कोरोना वायरस पर सरकार के आंकड़ों के अलावा संक्रमित मरीजों के बारे में विस्तृत डेटा बनाता है. जैसे कोरोना वायरस का मरीज कहां का रहने वाला था, किसी दूसरे संक्रमित व्यक्ति से उसका कोई संबंध था या नहीं, उसकी ट्रैवल हिस्ट्री क्या थी और अभी उसकी सेहत कैसी है.

COVID-19 India Network database की माने तो भारत में कोरोना मरीजों का मीडियन एज 39 साल है जबकि इटली में कोरोना पीड़ितों की मीडियन एज 63 साल थी. दोनों देशों के बीच यह अंतर जनसंख्या के आधार पर है. यू एन के पापुलेशन डेटा के अनुसार, 2020 में भारतीय आबादी की औसत उम्र 28 साल है जबकि इटली की आबादी की उम्र 47 साल है.


इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों में भी कहा गया था कि भारत में कोरोना वायरस के 8.61 फीसदी मामले 0-20 साल, 41.88 फीसदी मामले 21 से 40 साल, 32.82 फीसदी मामले 41 से 60 साल के बीच और 16.69 फीसदी मामले साठ साल के ऊपर के हैं. डेटाबेस में उपलब्ध जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस से मरने वाले भारतीयों की औसत उम्र 57 साल है जबकि इटली में मृतकों की औसत उम्र 80 साल के आसपास है.

हमारे देश में कोरोना वायरस का पहला केस 30 जनवरी को सामने आया था. उसके बाद धीरे-धीरे कोरोना के केस बढ़ने लगे, पर दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की जो घटना सामने आई और उसके बाद संक्रमण की संख्या में जो इज्जाफा हुआ उसे झुठलाया नहीं जा सकता. 1500 से ज्यादा कोरोना केस तब्लिकी जमात से जुड़े हुए है.   सरकार और कुछ निजी डेटा सेंटर्स ने भी विभिन्न आधार पर कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा पेश किया है, उसके मुताबित अब 4 दिन में कोरोना संक्रमण के मामले दुगने होने लगे है.पहले ऐसा 8 दिन ने होता था.  भारत में अब तक 5194 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये है. जिन में से 4643 लोगों का इलाज चल रहा है वहीं 402 लोग ठीक हो चुके है. अब तक मरने वालों की संख्या 149 रही है.   

विदेशों से आए ज्यादातर मामले

ज्यादातर मरीजों की डिटेल स्टडी करने पड़ ये पता चला है कि कोरोना वायरस के अधिकांश मामले विदेशों से आये किसी व्यक्ति या परिवार के किसी सदस्य या करीबी के संपर्क में आने से फैला है.


पुरुष मरीजों की संख्या ज्यादा

COVID-19 से संक्रमित मरीजों और मरने वालों में ज्यादातर पुरुष शामिल हैं. दुनिया के अन्य हिस्सों में भी ऐसा ही देखने को मिला है. सरकारी आंकड़े के अनुसार भारत में अब तक कोरोना के चपेट में आने वाले 76 फीसदी लोग पुरुष हैं और मृतकों में भी पुरुषों की ही संख्या ज्यादा है.

वहीं अब तक कोरोना से 202 महिलाएं संक्रमित हुई हैं, उन में से 90 महिलाएं विदेश से लौटी थीं, 74 महिलाएं ऐसी थीं जिन्होंने विदेश से आए अपने रिश्तेदारों से मुलाकात की थी. अन्य 12 को अपने काम की वजह से ये बीमारी हुई, इनमें से छह महिलाएं डॉक्टर या नर्स के रूप में कार्यरत थीं.    

खराब इम्यून सिस्टम

कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी है, एक संक्रमित व्यक्ति कई लोगों को अनजाने में संक्रमित कर सकता है. ऐसे में सावधानी और सतर्कता बरतना काफी आवश्यक हो जाता है. वायरस का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर देखा गया है जो पहले से किसी बीमारी का इलाज करा रहे हैं या जिनकी इम्यून सिस्टम कमजोर है. बुजुर्गों को भी कोरोना का ज्यादा खतरा रहता है.