पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Sun, 24 Dec 2023 10:40:00 AM IST
BEGUSARAI : डीएमके नेता दयानिधि मारन ने यूपी-बिहार के लोगों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की है। दयानिधि मारन ने कहा है कि यूपी और बिहार के हिंदी बोलने वाले तमिलनाडु में आकर टॉयलेट साफ करते हैं। उन्होंने कहा कि यह लोग यहां पर कंस्ट्रक्शन से जुड़े छोटे-मोटे काम करते हैं। ऐसे में उनके इस बयान पर बवाल मचा हुआ है। इसको लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि - कांग्रेस और डीएमके की भाषा देश को तोड़ने वाली भाषा है।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि, देश में जहां डीएमके कांग्रेस की सरकार है वहां ये लोग जानबूझकर ऐसा आदेश लाते हैं या भाषा बोलते हैं भाषा वही भाषा है जो देश को तोड़ने वाली भाषा है। अगर बिहार के लोग कहीं जाते हैं चाहें तमिलनाडु जाए, कर्नाटक जाए वो स्वाभिमान के साथ अपना काम करते हैं, मजदूरी करते हैं और स्वाभिमान के साथ मजदूरी करना कोई गुनाह नहीं है। बिहार के लोग उस राज्य के विकास में वह अपना योगदान देते हैं। लेकिन ऐसी भाषा बोल करके देश को अपमानित करने का काम डीएमके के नेता कर रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि, कांग्रेस और डीएमके के नेता पहले भी बिहारियों का अपमान किया है, सनातन का अपमान किया है। इनलोगों ने सनातन को खत्म करने की बात कही है। इसके बाद अब मजदूरों पर प्रहार कर रहे हैं, यह दुर्भाग्य है। मेरा तो सवाल है की कितना सबकुछ हो जाता है और राहुल गांधी आनंद लेते हैं यह सब सुनकर करके उनकी बोली इस पर क्यों नहीं निकलती है।
उधर, फारूक अब्दुल्ला के तरफ से आतंकी हमले को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा है कि फारूक साहब कुछ दिन पहले रिटायर एसएसपी नवाज पढ रहे थे। उनको मारने वाला कौन था? आतंकवादी था या फिर वहां के लोग थे ? अगर वहां के लोग थे आप जानते हैं नाम तो आपको बताना चाहिए। फारूक साहब यह सरकार कांग्रेस की नहीं है। केंद्र में यह सरकार कोई फारूक अब्दुल्ला की सरकार नहीं चल रही है जो आतंकवाद को समर्थन करते रहे। 90 के दशक में यह सरकार देश हित में काम करने वालों की हित में सरकार है। चाहे एसपी रिटायर की हत्या हो या फिर आतंकवादी हत्या करता है दूसरा कोई नहीं।