देश का PM कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो..नारा लगाते लोगों को नीतीश ने रोका, कहा-मेरा नाम मत लीजिये, हम नहीं बनेंगे प्रधानमंत्री

देश का PM कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो..नारा लगाते लोगों को नीतीश ने रोका, कहा-मेरा नाम मत लीजिये, हम नहीं बनेंगे प्रधानमंत्री

PATNA: अपने पैतृक गांव बख्तियारपुर पहुंचे नीतीश कुमार का लोगों ने जोरदार स्वागत किया। नीतीश कुमार को देखते हुए देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो का नारा लगाने लगे। ऐसा नारा लगाते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों को रोका कहा कि नहीं-नहीं हम नहीं बनेंगे प्रधानमंत्री। मेरा नाम मत लीजिए। हमलोग एक साथ चुनाव लड़ेंगे और मजबूती के साथ सामने आएंगे। जनता मालिक है और वही फैसला लेगी। 


दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना से सटे अपने पैतृक गांव बख्तियारपुर पहुंचे थे। जहां उन्होंने आज से जातीय गणना की शुरुआत की। जातीय गणना में उन्होंने आंकड़ा दर्ज कराया और पूछे गये 17 सवालों का जवाब दिये। इसके साथ ही आज से जातीय गणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गयी। जातीय गणना के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाई-भाई, भतीजी और बेटे मौजूद थे। जातीय गणना करने वाले कर्मचारी ने परिवार के अन्य सदस्यों से भी 17 सवाल पूछे और एक सवालों का जवाब मिलने के बाद ऐप के माध्यम से सभी का आंकड़ा दर्ज किया गया। 


बता दें कि एक महीने यानि 15 मई तक जातीय गणना का काम चलेगा। इस दौरान घर-घर जातीय गणना की जाएगी और कुल 17 सवाल लोगों से पूछें जाएंगे। नीतीश कुमार ने बताया कि हम जहां जन्म लिये थे वही गणना कराने आएं हैं। उन्होंने कहा कि सबकों आगे बढ़ा ही हमारा मकसद है। नीतीश ने कहा- हम जातीय गणना इसलिए करा रहे है कि कोई पीछे ना छूट जाए। अपर कास्ट को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। लोग बिना मतलब के भ्रम पाले हुए हैं। हमने कह दिया है कि जातीय गणना बहुत ही ठीक से कीजिएगा जहा गलती इसमें नहीं होनी चाहिए। नीतीश ने कहा कि दूसरे राज्य भी जातीय गणना मॉडल को देखना चाहता है। दूसरे राज्यो के लोगों की भी यही इच्छा है कि उनके यहां भी जातीय गणना हो। जातीय गणना बहुत ही उपयुक्त चीज है।


उन्होंने कहा कि जातीय गणना विधानसभा और विधान परिषद में रखा जाएगा। वही जातीय गणना की जानकारी दी जाएगी। इसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाएगी। किसी को कोई भ्रम ना हो इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर हम जातीय गणना करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सारी पार्टियां देश में जातिगत गणना कराने की मांग को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से भी मिले थे लेकिन कहा गया कि केंद्र सरकार ऐसा नहीं करा सकती है हां यदि राज्य अपने पैसे से यह करा सकती है। 


जिसके बाद पार्टियों की मीटिंग में यह तय हुआ कि हमलोग अपने राज्य के विकास के लिए और लोगों की सुविधा के लिए जातीय गणना बिहार में करवाएंगे। केंद्र सरकार से मिले थे लेकिन मांगे पूरी नहीं हुई थी। जिसके बाद हम सभी को खूद फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि हर दस साल पर देशभर में जनगणना कराया जाता है लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि अभी तक इसे नहीं कराया जा सका है। इतना डिले तो कभी हुआ नहीं था। जातीय गणना के बारे में उन्होंने कहा कि एक बार जब सभी राज्यों में हो जाएगा तो यह बहुत ही उपयुक्त चीज हो जाएगी। इन सब चीजे के होने से कोई दिक्कत नहीं आएगी। लोग बिना मतलब के भ्रम पाले हुए हैं। 


वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई की नोटिस दिये जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही केजरीवाल से मिले थे। विपक्ष को एकजुट देख सीबीआई की कार्रवाई की गयी है। जब हमलोगों की बातचीत हो गयी थी। जब एक जगह सारा विपक्ष जुड़ने की कोशिश कर रहा था। तब केंद्र के लोगों को चिंता हो गयी थी। पता नहीं क्या-क्या करेंगे? ये सब करने से क्या होगा? चुनाव तो होगा ना। जनता मालिक है जनता फैसला सुनाएगी।


मीडिया से बातचीत के दौरान भी बख्तियारपुर के लोग नीतीश कुमार के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। कहने लगे कि 'देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो'। लोगों के ऐसा कहते ही मुख्यमंत्री ने उन्हें रोका। कहा कि नहीं-नहीं हम नहीं बनेंगे पीएम..मेरा नाम मत लीजिए..हमलोग एक साथ चुनाव लड़ेंगे और मजबुती से सामने आएंगे। जनता मालिक है फैसला करेगी।