DESK : इंतजार की घड़ियां खत्म हो चुकी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है। उन्होंने कहा कि चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे. 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा।
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 85 लाख लड़कियां फस्ट टाइम वोटर इस बार होंगी। युवा वोट हमारे एम्बेस्डर होंगे। हमारी मतदाता सूची में 85 साल से अधिक उम्र के 82 लाख वोटर हैं. सौ साल से अधिक उम्र के 2.18 लाख मतदाता इस बार मतदान करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हिमालय से समुद्र तक और रेगिस्तान से बारिश वाले पूर्वोत्तर तक बूथों पर एक जैसी सुविधा होगी। 85 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वोटर या दिव्यांग वोटर के घर फॉर्म भिजवाएंगे, ताकि वो घर से वोट डाल सकें। बूथ पर वो आएंगे तो उनको आयोग वोलेंटियर सहयोग करेंगे।
इसके साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में करीब 1.8 करोड़ वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार किसी चुनाव में वोट डालने वाले हैं। इसके अलावा 20-29 साल की उम्र के बीच के वोटर्स की संख्या 19.47 करोड़ है। कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष, 47.1 करोड़ महिलाएं, 48 हजार ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चुनाव आयोग के आंकड़े के अनुसार, देशभर में मतदाता लिंगानुपात 948 है, 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
उधर, इसके साथ ही सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर होने वाली चुनौतियां का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि -बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन। उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।