PATNA: बिहार में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर जनतान्त्रिक विकास पार्टी ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि महागठबंधन की सरकार की कहनी और कथनी में विरोधाभास है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि डेंगू से बचाव के लिए दवाओं को छिड़काव नियमित रूप से होगा। लेकिन पटना में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। शहर में डेंगू का कहर है। सरकार झूठ का पुलिंदा बांधने में मस्त हैं।
अनिल कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रहते तेजस्वी यादव ने बहुत घोषणा की हैं। उन घोषणाओं का असर यही है कि लगातार पटना के अस्पतालों में जगह नहीं मिलने से लोग मर रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। इस पर सरकार को कार्रवाई करना चाहिए। डेंगू से बचाव के लिए सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में हो रहे अपराध पर भी सरकार को घेरा और बेगूसराय में दुष्कर्म व अंबेडकर छात्रावास के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार में शोषित दलित वंचित को रहने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार अपराधियों के साथ है। यहां पीड़ित पर ही कार्रवाई हो रही है। उन पर पॉक्सो एक्ट लगाया जा रहा है। प्रदेश की सरकार लोगों को डरा– धमाका कर न्याय को दबाने का काम कर रही है। अंबेडकर छात्रावास में अमर आजाद की गलत गिरफ़्तारी हुई। बिहार में दूसरे निर्दोष लोगों पर भी गलत गिरफ़्तारी की, उन सबों को बाहर निकालने का काम किया जाए। अगर सही में प्रदेश में सुशासन है, तो सरकार को इस बात को सामने लाने की जरूरत है कि कौन ऐसे लोग हैं, जो पीड़ित लोगों को ही जेल मे डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शोषित, दलित, वंचित वर्ग पर गलत तरीके से किए मुकदमे 10 दिनों मे वापस लें, अगर ऐसा नहीं हुआ तो JVP व्यापक आंदोलन चलाएगी।