SASARAM: अपने कारनामों के कारण बिहार की पुलिस अक्सर सुर्खियां बटोरती रही है। अब पुलिस का एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसे जानकर हर कोई हैरान है। इस बार पुलिस के लपेटे में कोई और नहीं बल्कि खुद जिले के एसपी साहब ही फंस गए। यूं तो थानो में तैनात दारोगा और पुलिस के जवान शिकायत लेकर पहुंचे आम लोगों को फटकार लगाकर भगा देते हैं लेकिन इस बार जिले के एसपी को ही चलता कर दिया। एसपी साहब अपना आवेदन लेकर थाने पहुंचे थे। दारोगा ने आवेदन लेने से सीधे तौर पर इनकार कर दिया तो अन्य जवानों ने सुबह आकर आवेदन देने की दलील दे डाली। पूरा मामला रोहतास जिले से जुड़ा है।
दरअसल, रोहतास के नए एसपी विनीत कुमार सादे लिबास में फरियादी बनकर नगर थाना पहुंच थे। उन्होंने थाने में तैनात ओडी पदाधिकारी और वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों से उनके साथ मारपीट की झूठी कहानी गढ़ दी। एसपी ने वहां मौजूद पुलिस अधिकारी को बताया कि वे डिहरी के रहने वाले हैं और वाराणसी से आने के क्रम में कचहरी मोड़ के पास कुछ बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की और उनका मोबाइल और पैसे छीन लिए है। फरियादी बनकर पहुंचे एसपी की बात सुनने के बाद ड्यूटी पर तैनात दारोगा और गार्ड ने रात में आने के लिए डांट फटकार लगाई और सुबह आकर आवेदन देने की बात कहते हुए उन्हें चलता कर दिया।
एसपी ने बताया कि कि औचक निरीक्षण के लिए वे सादे लिबास में आधी रात को शहर में निकले थे। इस दौरान उन्होंने सासाराम और डिहरी थाना का औचक निरीक्षण किया था. डायल 112 और डिहरी थाना का के तो हालात ठीक थे लेकिन सासाराम थाना में कार्यरत सिपाही और ओडी अधिकारी की लापरवाही सामने आई है। एसपी ने बताया कि इसके लिए लापरवाह अधिकारियों को शो-कॉज किया गया है,उनका जवाब संतोषजनक नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को अगर पुरस्कृत किया जाएगा तो लापरवाह अधिकारियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।