MUNGER: पुलिसकर्मी स्नेहा मौत मामले में परिजनों ने सीआईडी जांच का विरोध करते हुए भूख हड़ताल शुरु कर दी है. परिजनों ने विभाग पर लीपापोती का आरोप लगाया है. परिजनों का सीधा आरोप है कि मामले को दबाने के मकसद से सीआईडी जांच की बात कही गई है. भूख हड़ताल पर बैठे परिजनों का कहना है कि जबतक उसकी मौत की सीबीआई जांच की घोषणा नहीं की जाती तबतक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी.
स्नेहा की मौत बनी अबूझ पहेली
मुंगेर की रहने वाली और सीवान में तैनात पुलिसकर्मी स्नेहा की मौत अभी भी अबूझ पहेली बनी हुई है. स्नेहा के परिजन सरकार की तरफ से सीआईडी जांच की बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि मामले को दबाने के मकसद से सरकार सीआईडी जांच करा रही है. अपनी बेटी की मौत से टूट चुके उसके पिता कहते हैं कि उन्हें सीआईडी जांच पर भरोसा नहीं है.
धरने पर बैठे थे परिजन
पिछले दो दिनों से स्नेहा के परिजन सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे और जब सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो आखिरकार परिजनों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी. परिजनों का कहना है कि जबतक स्नेहा की मौत की सीबीआई जांच की मांग सरकार मान नहीं लेती तबतक वो लोग भूख हड़ताल पर रहेंगे.
पुलिस ने कहा था खुदकुशी
बता दें कि मुंगेर जिले में नौवागढ़ी गांव के रहने वाले विवेकानंद मंडल की 23 साल की बेटी स्नेहा सिवान जिले में महिला कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थी. एक दिन स्नेहा के पिता को उसकी मौत की खबर मिलती है. पुलिस विभाग के मुताबिक स्नेहा ने खुदकुशी कर ली. लेकिन जिस लाश को स्नेहा के परिजनों के पास भेजा गया उस लाश को परिजन स्वीकार करने को तैयार नहीं थे. बाद में पुलिस के दबाव के बीच उस लाश की अंत्येष्टि करायी गयी. उसके बाद से ही स्नेहा के परिजन उसकी मौत की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.