दारोगा पर आगबबूला हुए SP, बदतमीजी करने पर साहब ने किया सस्पेंड

दारोगा पर आगबबूला हुए SP, बदतमीजी करने पर साहब ने किया सस्पेंड

NALANDA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है नालंदा से जहां थाने के अंदर बदतमीजी और निर्मम तरीके से एक शख्स की पिटाई करने के मामले में पुलिस कप्तान ने एक बड़ी कार्रवाई की है. आरोपी दारोगा पवन कुमार को एसपी नीलेश कुमार ने सस्पेंड कर दिया है. फर्स्ट बिहार झारखंड ने सबसे पहले इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसमें पीड़ित व्यक्ति ने अपनी ओर से वरीय अधिकारियों से कार्रवाई की गहरा लगाई थी.


नालंदा एसपी नीलेश कुमार ने कड़ा कदम उठाते हुए आरोपी चेरो ओपी थानाध्यक्ष पवन कुमार को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है. पूरा मामला नालंदा जिले के बिहारशरीफ इलाके का है. जहां चेरो थाना में पोस्टेड एक दारोगा पवन कुमार की क्रूरता का ऐसा वीडियो सामने आया था कि उनके सीनियर अफसरों के मुंह से उफ्फ निकल गई थी. दारोगा ने एक ग्रामीण को लॉक अप में बंदकर इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके शरीर पर जख्म के ऐसे निशान पड़ गए जो कानून के मुंह पर काला धब्बा बन गया है. शख्स के जख्म को खुलेआम दिखाया भी नहीं जा सकता है. उसकी कितनी बेरहमी से पिटाई की गई कि उसके हाथ पांव पूरी तरह से फुल गए थे.


इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है. जिसे लोगों को दिखाया भी नहीं जा सकता. पीड़ित शख्स की पहचान संतोष कुमार गुप्ता के रूप में की गई है. संतोष ने थाने के अंदर निर्दयिता की आपबीती को बताते हुए कहा कि एक शख्स से पैसे लेकर दारोगा पवन कुमार ने उसकी पिटाई की है. उसने बताया कि पैसा देने वाला दबंग शख्स थाने में बैठा था और उसके सामने ही दारोगा अपनी वर्दी की गर्मी निकाल रहे थे. उन्होंने इस तरीके से पीटा है कि शरीर पर छाले पड़ गए हैं.




स्वर्गीय दिनेश की पत्नी और पीड़ित संतोष की परिजन आशा देवी की आंखें आंसुओं से डबडबाई हुई थीं. जब वह अपने आपबीती की दर्द को बयां कर रही थीं. आशा देवी ने बताया कि घटना कि सूचना मिलते ही जैसे ही वह थाने में संतोष के पास पहुंची तो किस तरह दारोगा उनके ऊपर टूट पड़ने पर उतारू हो गया. किस तरह उस बेबस महिला को गंदी-गंदी गालियां देकर उसकी ओर बढ़ते लगा. आशा देवी ने बताया कि फौरन वह थाने से उल्टे पांव भागकर सड़क पर पहुंची और उसकी जान निर्दयी दारोगा से बची.


पीड़ित संतोष ने आगे बताया कि छज्जा की मामूली से विवाद पर दारोगा पवन कुमार उसे थाने उठाकर लाये थे. पीड़ित का यह भी आरोप है कि उसे जब होश आता था तो थानाध्यक्ष उसे पानी पिला पिला कर पिटाई करते थे. बाद में सिर्फ के खाली पेपर पर साइन कराकर उसे छोड़ दिए. इस पूरे मामले पर नालंदा सदर डीएसपी इमरान परवेज ने बताया था कि पीड़ित ने उन्हें लिखित शिकायत की है. पिटाई में थानाध्यक्ष की संलिप्तता सामने आई तो कार्रवाई की जाएगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद एसपी ने फिलहाल थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है.