लड़की को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को भी मारी गोली, मौत के बाद इलाके में सनसनी चरस तस्करी मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा, चेलवा और बैला को 14 साल की सजा अतिथि शिक्षकों को हटाने के आदेश को HC ने किया निरस्त, अब स्कूलों में तैनात रहेंगे गेस्ट टीचर रेलवे ने बनाया नया कीर्तिमान, मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से चलाई 364 ट्रेन PK ने लालू-नीतीश पर बोला हमला, किसान महापंचायत में कहा..लालू को अपने बेटों की चिंता है और नीतीश आपके बच्चों को लाठी से पिटवा रहे हैं Raid On Punjab CM House: पंजाब सीएम भगवंत मान के दिल्ली आवास पर चुनाव आयोग की रेड, पंजाब पुलिस ने आयोग की टीम को रोका, पैसे बांटने की शिकायत Bihar Transport News: गजब..बिहार में गाड़ियों का फिटनेस जांच MVI नहीं दलाल करते हैं, मोटरयान निरीक्षक का सरकारी मोबाइल माफिया के पास कैसे पहुंचा? Bihar Cricket में मैच फिक्सिंग के घिनौने खेल का बड़ा खुलासा: पूर्व वाइस कैप्टन ने जय शाह के करीबी राकेश तिवारी पर बेहद गंभीर आरोप लगाये खगड़िया में किसान सलाहकार को मारी गोली, श्राद्धकर्म में शामिल होने के बाद लौट रहे थे घर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर 8 मार्च को पहली बार पूर्णिया में करेंगे महासत्संग, एक लाख से अधिक लोग होंगे शामिल
01-Jul-2021 08:25 AM
PATNA : दरभंगा स्टेशन पर पार्सल बम ब्लास्ट के तार अब पाकिस्तान से जा जुड़े हैं. पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ब्लास्ट की साजिश रची थी और इस मामले में एनआईए ने जिन 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, वह दोनों भाई आतंकी संगठन के लगातार संपर्क में थे.
गौरतलब है कि दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में हैदराबाद में दबोचे गए सगे भाई इमरान मलिक उर्फ इमरान खान और मो. नासिर खान उर्फ नासिर मलिक से शुरुआती पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पूरी साजिश पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के इशारे पर रची गई थी. नासिर और इमरान फिलहाल हैदराबाद के नामपल्लई में रहते थे पर दोनों मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, दोनों भाइयों को जल्द ही NIA ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाएगी. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, नासिर 2012 में पाकिस्तान गया था. वहां उसने लश्कर के आतंकियों से ट्रेनिंग ली थी. इस दौरान उसे लोकल केमिकल का इस्तेमाल कर आईईडी बनाना भी सिखाया गया था. गिरफ्त में आए नासिर और इमरान ने सिकंदराबाद-दरभंगा ट्रेन में ब्लास्ट के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए आईईडी तैयार किया था. हालांकि किसी कारणवश ट्रेन में धमाका नहीं हो पाया. दोनों ने पार्सल में जो आईईडी रखा था, वह बेहद खतरनाक है. धमाके के बाद इससे ट्रेन आग की चपेट में आ सकती थी.
दोनों भाई लश्कर के अपने हैंडलर के संपर्क में थे और उसी के इशारे पर ट्रेन में धमाका करने की साजिश रची गई थी. आतंकी धमाके के जरिए जानमाल को बड़ा नुकसान पहुंचाना था. जांच में यह बात भी सामने आई है कि दोनों भाई अपने हैंडलर से बात करने के लिए सुरक्षित संचार माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे थे.