डेयरी मालिक की हत्या का खुलासा, हथियार के साथ दो अपराधी गिरफ्तार

डेयरी मालिक की हत्या का खुलासा, हथियार के साथ दो अपराधी गिरफ्तार

SAHARSA: सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र के तमकुल्हा गांव में बीते गुरुवार की रात 50 वर्षीय डेयरी मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में संलिप्त दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। 


बसनही थाना में मीडिया से बातचीत के दौरान सिमरी बख्तियारपुर पुलिस निरीक्षक आरपी यादव ने बताया कि रंगदारी का विरोध करने पर अपराधियों ने डेयरी संचालक वीरबल यादव की हत्या कर दी थी। जिसके बाद बसनही थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया था। पुलिस ने छापेमारी कर तमकुल्हा गांव निवासी नीलेश यादव को मधेपुरा जिले से गिरफ्तार किया। 


जिसकी निशानदेही पर घटना में संलिप्त उक्त गांव के ही मलटा यादव को मंगवार गांव से गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से एक देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। पुलिस निरीक्षक आरपी यादव ने बताया कि गिरफ्तार युवकों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। इनके खिलाफ पूर्व में भी बसनही थाना में मामला दर्ज है। जबकि घटना में एक अन्य बदमाश भी शामिल था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। 


गौरतलब है कि बीते गुरुवार की रात तमकुल्हा गांव निवासी वीरबल यादव अपने दुकान में  दूध की खरीद बिक्री का हिसाब कर रहा था। इसी दौरान बदमाशो ने वीरबल यादव के सिर में पीछे से गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। घटना बाद से सामाजिक प्रवृत्ति के व्यवसायी वीरबल यादव की हत्या आखिर किस रंजिश में और क्यो की गयी इस सवाल को लेकर लोगो की बीच चर्चा का विषय बना हुआ था। जिसे पुलिस जल्द से जल्द सुलझा घटना में संलिप्त बदमाशों की गिरफ्तारी में जुटी थी। 


डेयरी संचालक बीरबल सामाजिक व्यक्ति था। जबकि नीलेश डेयरी का कार्य करने के साथ-साथ आपराधिक घटनाओं में भी संलिप्त रहता था। जिस कारण नीलेश व वीरबल के बीच आपसी रंजिश रहा करता था। बताया जाता है कि कुछ माह पूर्व मृतक तमकुल्हा-मनखाहा सड़क में ठेकेदारी का कार्य कर रहा था। 


इस दौरान नीलेश अपने सहयोगियों के साथ आया और रंगदारी मांगने लगा। जिसका वीरबल यादव ने विरोध जताया था। इससे पूर्व भी राजनीतिक कार्यो को लेकर वीरबल व नीलेश के बीच आपसी रंजिश हुआ करता था। यही वजह रही कि नीलेश अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वीरबल यादव की हत्या की घटना को अंजाम दिया। गिरफ्तार अपराधकर्मीयों को न्यायिक हिरासत में भेज पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।