ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: गंडक के कटाव से बिहार का यह गांव पूरी तरह तबाह, 100 से अधिक घर नदी के पानी में बहे Bihar News: नदी में नहाने गए दो बच्चों की डूबने से मौत, एक की हालत गंभीर बिहारवासियों को बड़ी राहत: दिवाली और छठ पर्व पर रेलवे चलाएगा विशेष ट्रेनें, 40,700 अतिरिक्त बर्थ की सुविधा बिहारवासियों को बड़ी राहत: दिवाली और छठ पर्व पर रेलवे चलाएगा विशेष ट्रेनें, 40,700 अतिरिक्त बर्थ की सुविधा DEO साहब..! ऐसे खत्म होगा भ्रष्टाचार...संग्रामपुर में 30-35 स्कूलों के नाम पर 1.5 करोड़ की निकासी हुई और जांच सिर्फ 4 का ? तुरकौलिया ब्लॉक के 25 विद्यालयों के नाम पर भी हुई है 1 Cr की निकासी Bihar News: मैं ससुराल नहीं जाउंगी... टावर पर चढ़ कर शादीशुदा लड़की ने किया हाई वोल्टेज ड्रामा, परिवार वाले जोड़ते रहे हाथ Bihar Election: तेजस्वी ने NDA से पूछे 10 सवाल, फौरन मिल भी गया जवाब; पढ़िए क्या थे वह क्वेश्चन Bihar News: आइसक्रीम के विवाद पर पुलिस पर हमला, थानाध्यक्ष समेत 4 पुलिसकर्मी घायल NITISH KUMAR : करोड़ों की सौगात देने पटना से बक्सर रवाना हुए CM नीतीश कुमार, जानिए क्या है पूरा कार्यक्रम Bihar News: बाल-दाढ़ी बनाने से इनकार पर दोनों आंखें फोड़ीं, दबंगों ने खेत में ले जाकर की बर्बर पिटाई

दही-चूड़ा खाते हुए बोले तेजस्वी- आज कमी खल रही है लालू जी की

1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Wed, 15 Jan 2020 02:15:11 PM IST

दही-चूड़ा खाते हुए बोले तेजस्वी- आज कमी खल रही है लालू जी की

- फ़ोटो

PATNA : कांग्रेस के दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए बिहार में विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आज लालू जी यहां नहीं है इसकी कमी खल रही है। वे होते तो बात ही कुछ और होती हालांकि उन्होनें दही-चूड़ा खाते हुए इस बात के भी संकेत दिए कि  महागठबंधन में कोई गांठ नहीं है।


तेजस्वी ने कहा कि दही-चूड़ा के भोज के मौके पर जो लालू जी ने जो परंपरा की शुरुआत की थी उस खास मौके पर उनका न होना खलता है। लालू जी इस मौके पर सभी को बुलाते थे और खुद अपने हाथों से सभी को दही-चूड़ा का भोज करवाते थे।  तेजस्वी ने कहा कि मकर संक्रांति के मौके पर हमारी यहीं कामना है कि महागठबंधन के सभी नेता एकजुट होकर  बिहार के जनता का दुख-दर्द दूर करें।


महागठबंधन में नेता पद पर मचे घमासान के बीच तेजस्वी यादव के इस तरह के बयान के मायने बहुत कुछ हो सकते हैं। क्या तेजस्वी खुद को महागठबंधन के भीतर बिना लालू यादव के अकेला महसूस कर रहे हैं क्या ? और तो और तेजस्वी मकर संक्रांति के बहाने महागठबंधन के नेताओं के एकजुट होने की कामना कर रहे हैं। ये इशारा कर रहा है कि तेजस्वी खुद को महागठबंधन के भीतर सहज महसूस नहीं कर रहे हैं।


आज कांग्रेस के बुलाए चूड़ा-दही भोज में महागठबंधन के नेताओं ने खुद को एकजुट दिखाने की भरपूर कोशिश जरुर की लेकिन कहीं न कहीं महागठबंधन के अंदर तेजस्वी को नेता न मानने की जो पार्टियों की जिद है वो नजर आती दिखी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल की बातों पर गौर करें तो उन्होनें कहा है कि नीतीश कुमार को सेक्युलर गठबंधन के तहत जीत मिली थी और वह मुख्यमंत्री बने थे। लिहाजा नीतीश कुमार को अपने फैसले पर एक बार फिर से सोचना चाहिए। अब वे ऐसा कह कर क्या साबित करना चाहते हैं इसका जवाब तो भविष्य के गर्त में हैं वहीं मांझी के सुर भी नहीं बदल रहे हैं। मांझी तेजस्वी को नेता मानने को तैयार नहीं है।हर बार वे कोर्डिनेशन कमिटी की बात उठा कहीं न कहीं जता और बता देते हैं कि इतनी आसानी से वे तेजस्वी को नेता मानने वाले नहीं है।