DELHI: कांग्रेस के वर्किंग कमेटी की बैठक जारी है. इस बैठक में घमाशान देखने को मिला है. राहुल गांधी ने लेटर लिखकर नेतृत्व परिवर्तन की बात करने वाले कांग्रेस नेताओं को बीजेपी के साथ मिले होने का आरोप लगाया है. राहुल ने कहा कि यह बीजेपी के इशारे पर किया जा रहा है.
आरोप सच साबित हुआ तो दे देंगे इस्तीफा
पार्टी के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर यह आरोप कोई सच साबित कर दें तो वह कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद कपिल सिब्बल ने भी सफाई दी और कहा कि पिछले 30 साल के दौरान मैंने किसी भी मुद्दे पर बीजेपी के पक्ष में बयानबाजी नहीं की, फिर मुझ पर मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है.
राहुल ने विरोध के टाइमिंग पर उठाया सवाल
बैठक में सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है. जिसके बाद नए अध्यक्ष को लेकर मंथन हो रहा है. लेकिन इस बीच राहुल गांधी ने कांग्रेस में बदलाव को लेकर जारी किया गया लेटर को लेकर सवाल उठाया है. राहुल ने कहा कि यह लेटर उस समय लिखा गया जब सोनिया गांधी बीमार चल रही थी. उस दौरान ही इसके लीक किया गया. उस दौरान मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी राजनीतिक उठाक पटक हो रही थी.
कांग्रेस के 23 नेताओं ने बदलाव को लेकर जारी किया था लेटर
कांग्रेस के पांच पूर्व सीएम समेत 23 सीनियर नेताओं ने कांग्रेस में उपर से लेकर नीचे तक बदलाव करने की मांग की थी. सुझाव देने वाले नेताओं ने मांग की है कि अब कांग्रेस को नए अध्यक्ष की जरूरत है. बैठक में मिलकर सभी एक नए अध्यक्ष के नाम पर फैसला करें. अब सोनिया गांधी को यह जिम्मेवारी नहीं निभानी चाहिए. मई 2019 में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनीं थी. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दिया था.
बीजेपी के आगे कांग्रेस विवश
नेताओं ने चिंता जाहिर करते हुए पत्र में लिखा था कि बीजेपी लगातार आगे बढ़ रही है. पिछले चुनावों में युवाओं ने डटकर नरेंद्र मोदी को वोट दिए, लेकिन कांग्रेस का बेस कम होते जा रहा है. पार्टी को लेकर युवाओं का आत्मविश्वास टूटने को लेकर गंभीर चिंता जताई गई है.