DESK: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद CRPF से VRS लेने वाले कांस्टेबल राजकुमार टोप्पो की चर्चा होने लगी। 31 वर्षीय पूर्व सैनिक ने टोप्पो ने भूपेश बघेल सरकार में पर्यटन, संस्कृति, खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री अमरजीत भगत को सीतापुर विधानसभा सीट से 17 हजार से अधिक वोट से हरा दिया। पहली बार चुनाव लड़े टोप्पो ने कांग्रेस के विधायक अमरजीत भगत को बुरी तरह हराया। अब इलाके में टोप्पो की चर्चा खूब हो रही है।
राजकुमार टोप्पो को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका है वही गृह मंत्री अमित शाह भी छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में पदक देकर उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। यह राजकुमार का पहला चुनाव था और पहली बार में ही उन्होंने राज्य के ताकतवर मंत्री को पटखनी दे दी। बता दें कि सीतापुर सीट पर 20 साल के कांग्रेस का कब्जा था जिसे सीआरपीएफ के कॉस्टेबल रहे टोप्पो ने उखाड़ फेंका है। चुनाव जीतने के बाद राजकुमार टोप्पो ने कहा कि उन्हें सामाजिक कार्यों में बहुत रुची थी वे अक्सर समाजिक कार्यों को किया करते थे। उनकी सामाजिक कार्यों के प्रति सक्रियता को देखते हुए इलाके के लोगों ने कहा था कि चुनाव लड़िये। क्षेत्र के लोगों की इच्छा को पूरा करने के लिए मुझे सबसे पहले नौकरी से इस्तीफा देना था। राजनीति में कदम रखने से पहले वीआरएस लिया फिर चुनाव के मैदान में कूद गये और पहली बार में जीत भी हासिल हो गयी।
राजकुमार टोप्पो ने सीतापुर सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इस जीत के बाद बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। आजादी के बाद से ही इस सीट पर कभी बीजेपी का कोई उम्मीदवार नहीं जीता था यह पहली बार हुआ है कि इस सीट से बीजेपी जीती है। आजादी के बाद से सीतापुर सीट को नहीं जीतने का मलाल बीजेपी का खत्म हो गया है। इस सीट पर 20 साल से कांग्रेस ने कब्जा कर रखा था जिसे राजकुमार टोप्पो ने मुक्त कराया और वहां कमल खिलाया। 20 साल बाद सीतापुर में भाजपा ने अपना झंडा गाड़ा है। राजकुमार को 82 हजार 438 वोट मिला है जबकि कांग्रेस के अमरजीत भगत को 63 हजार 484 वोट नसीब हो पाया है। करीब 17 हजार से अधिक वोटों से राजकुमार टोप्पो ने अमरजीत भगत को हरा दिया है।