1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 May 2020 09:29:46 AM IST
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PATNA : कोरोना ने वक्त की धार बदल दी है। अपने-अपनों से दूर हो गये हैं। मजबूरियां इतनी बढ़ गयी है जिसके साथ जिंदगी बितायी आखिरी वक्त में उसके दर्शन भी नसीब नहीं हो रहे। पटना में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां कोरोना पॉजिटिव पति की मौत के बाद आइसोलेट पत्नी पति को आखिरी बार देख भी नहीं सकी।
सीतामढ़ी के कोरोना संक्रमित शिक्षक मो. सोहैल अहमद की मौत के बाद शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। पटना के एनएमसीएच में मौत के बाद मो. सोहैल को आलमगंज थाना क्षेत्र के एक क्रबिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। क्रबिस्तान में दाह-संस्कार के वक्त जिला प्रशासन के अधिकारी, मेडिकल टीम और पुलिस मौजूद रही लेकिन नहीं मौजूद थे तो वे उसके घर वाले । पत्नी अस्पताल के बेड पर है और बच्चे सीतामढ़ी में है। वहीं घर के तमाम पुरूष सदस्य भी क्वारेंटाइन हैं।
एनएमसीएच के सुप्रीटेंडेंट डॉ निर्मल कुमार सिन्हा ने बताया कि शव को सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक प्लास्टिक कवर करने के बाद सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गये बॉडी बैग में डालकर ले जाया गया। उन्होनें बताया कि पत्नी हॉस्पिटल में एडमिट है। वहीं पांचों बेटी और दो बेटे सीतामढ़ी के बुखरा जितका गांव में हैं। मो. सोहैल अहमद प्राथमिक विद्यालय
बता दें कि एनएमसीएच में महज 24 घंटे के अंदर शुक्रवार और शनिवार को कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत हो गयी। शनिवार को सीतामढ़ी के कैंसर पीड़ित 45 वर्षीय मो. सोहैल अहमद की मौत हुई है। उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव हैं और हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इससे पहले शुक्रवार को 54 वर्षीय रहुल्ला हसन की मौत हो गयी थी।