DESK : कोरोना वायरस जैसी महामारी को देखते हुए देश में लॉकडाउन है. लोग अपने घरों में बंद है. आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को अपने काम के लिए थोड़ी छूट दी गई है पर अन्य लोगों के लिए 3 मई तक लॉक डाउन है. इस लॉक डाउन के कारण ही देश में कोरोना के मरीजों की संख्या में होने वाली बढ़ोतरी पर रोक लगी है. पहले जो संख्या 3.5 दिनों में दोगुने होते थे वो अब 8 दिनों में होते है. लोगों द्वारा बरती जा रही सावधनी और सतर्कता भी एक बड़ा कारण है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह को लोग अपना रहे हैं ताकि इस महामारी से बच सकें. हाथों को साबुन से कम से कम 20 सेकेंड्स तक अच्छे से साफ करना, मास्क पहनना, साफ सफाई का ध्यान रखना इन सारी बातों का पूरा ख्याल लोगों द्वारा रखा जा रहा हैं.
इन सब बातों के बाद भी लोगों के मन में कई सवाल हैं जिनका जवाब वो तलाश रहे हैं. वो जानना चाहते है कि क्या बाहर से आने के बाद हाथों की तरह ही कपडों को साफ करना भी जरुरी है. क्या जूतों से भी घर में कोरोना आ सकता है? जब कभी बहार से आएं तो क्या बालों को धोना आवश्यक है? क्या कोरोना अखबारों के माध्यम से फैलता है? इन सवालों पर एक्सपर्ट्स क्या राय रखते है आइये जानते है:
बाहर से आने के बाद नहाना चाहिए या सिर्फ कपड़े बदल लेना सही रहेगा ?
एक्सपर्ट्स का कहना है साफ सफाई का ध्यान तो हमेशा रखना चाहिए, यदि आप कहीं बहार से आ रहे हैं तो अपने हाथ पैर और शरीर के खुले हिस्से को साबुन और पानी से अच्छी तरह साफ कर लें. एक स्टडी से पता चलता है कि वायरस के छोटे वायरल कण हवा में लगभग आधे घंटे तक तैर सकते हैं. इन आधे घंटे में यदि वो किसी के शरीर के संपर्क में आ जाते हैं तो संभव है की वो इंसान कोरोना इन्फेक्टेड हो जाये. इसलिए कहा जाता है की बेहतर है की आप स्नान कर लें और कपड़े धूल लें. लंबे बालों वाले लोग स्कार्फ से बाल को ढककर निकलें क्योंकि बहार से लौटने के बाद हर बार लंबे बालों को धोना संभव नहीं है.
क्या कपड़ों पर कोरोना वायरस रह सकता है?
कोरोना वायरस कपड़ो पर कुछ समय तक जिंदा रह सकता है. पर साबुन के सामने इसकी शक्ति कमजोर पड़ जाती हैं. अगर आप डिटरजेंट या साबुन से कपड़ों को धो रहे हैं, तो ये वायरस को खत्म करने के लिए काफी है. अगर आप किसी बीमार शख्स का खयाल रख रहे हैं, तो दस्ताने पहन कर सफाई करें. उनके कपड़ों या बिस्तर को झाड़े की जगह कपडों और चादर को गर्म पानी से साफ करने के बाद उन्हें अच्छे से धूप में सुखाएं. इस तरह के वायरस मर जायेगा
क्या बालों और दाढ़ी पर भी कोरोना का वायरस रह सकता है?
वायरस के कण हवा में बहुत देर तक नहीं रह सकते, इसलिए इसके दाढ़ी या बालों में आने की संभावना कम हो जाती है. अगर कोई आपके पीछे छींकता है, तो आपके बालों पर गिरने वाली बूंदें तब तक संक्रमण का सोर्स नहीं होंगी जब तक ये आप के हाथों के माध्यम से शरीर के अन्दर न जाये. हालांकि, लंबी दाढ़ी रखने वालों को सवाधानी बरतने की जरूरत है. दाढ़ी रखने से मास्क पहनने में परेशानी होती है और वो पूरी तरह स्किन को कवर नहीं कर पाता है. पूरी तरह से स्किन फीट मास्क न होने के कारण शरीर में बैक्टीरिया प्रवेश कर सकता है और कोरोना वायरस का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए अभी के हालात को देखते हुए विशेषज्ञ दाढ़ी को क्लीन रखने की सलाह दे रहे हैं.
क्या अखबार या पैकेज को लेकर बरतनी चाहिए सावधानी?
यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, जीवित कोशिकाओं के बाहर ज्यादातर सतहों पर कोरोना वायरस बहुत समय तक जिंदा नहीं रहता है. इसलिए वायरोलॉजिस्ट का कहना है कि जब आप अखबार छूते हैं तो संक्रमण फैलने की आशंका तकरीबन न के बराबर होती है. बसरते आप तक अख़बार पहुचने वाला कोरोना संक्रमित ना हो. कोई पार्सल को खोलने से पहले उन्हें 24 घंटे ऐसे ही रहने दें ताकि उस बॉक्स पर यदि कोई वायरस है तो वो मर जाये. बॉक्स खोलने के बाद या अख़बार पढने के बाद हाथों को साबुन से धोलें. ऐसा कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है जिसमे कोई अख़बार से संक्रमित हुआ है, पर अभी जो परिस्थिति है उसमे सावधानी रखना अच्छी बात रहेगी.
क्या बाहर से आने के बाद जूतों को भी धो देना चाहिए?
इस बात में कोई दोराय नहीं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें खुद की साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी है. जूते कोरोना वायरस के वाहक हो सकते हैं. जूतों या चप्पलों को धोना भी संभव नहीं है. ऐसे में आप इन जूतों-चप्पलों को चार से पांच घंटे धूप में जरूर रखें. जब कभी बहार से लौटें तो अपने जूते चप्पल घर के बहार ही खोल दें.