DESK : कोरोना वायरस से पूरे दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. अबतक इससे 25 हजार के आसपास लोग अपनी जा गंवा चुके हैं. वहीं 5 लाख से अधिक की संख्या में लोग इसकी जद में हैं. हमारे देश भारत में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है, अबतक 860 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी दुनिया में लॉकडाउन है.
इससे लोग डरे हुए हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उनके लिए बेहतर क्या है. कुछ लोग कोरोना के डर के कारण बेचैन दिखाई महसूस कर रहे हैं. अगर आप भी इस तरह की दुविधा में फंसे हुए हैं तो आइए जानें कि आप बेचैनी और डर से कैसे खुद को दूर रख सकते हैं.
अभी 21 दिनों का लॉकडाउन है, लोग घर में ही रह रहे हैं. लोगों के मन में कई तरिके के विचार आ रहे हैं. नौकरी की चिंता से लेकर पैसे तक की परेशानी है. ये स्थिती लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है. ऐसे में जो लोग पहले से ही मानसिक और ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर यानी OCD से गुज़र रहे थे, उनके लिए ये स्थिति बेहद खराब है. पर ऐसी स्थिती में आपको अपने अंदर के डर और बेचैनी को दूर करना होगा. इसके लिए आपको कुछ चिजों से दूर रहना होगा-
1. कोरोना से रिलेटेड खबरें कम पढ़ें
कोरोना वायरस से संबंधित अधिक न्यूज़ पढ़ने के कारण कई लोगों को पैनिक अटैक पड़ने शुरू हो गए. लोग बेचैन हो रहे हैं. ऐसे में आप खबरों से दूर रहेंगे तो आप उस परिस्थिति से बाहर निकल पाएंगे और आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.
2. सोशल मीडिया से दूर रहें
हेल्थ एंग्ज़ाइटी से जूझ रहे लोगों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से सावधानियां बरतनी चाहिए. सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें भी आती है और लोग उसे सही मानकर बेचैन हो जाते हैं. ऐसे में आप सोशल मीडिया से कुछ दिन दूर रहें.
3. हाथ धोने के फोबिये से बचें
लोग कोरोना से ज्यादा उसके डर से डर गए हैं. ओसीडी के मरीज़ों में कोरोना वायरस के संक्रमण का डर अधिक समा गया है. ऐसे में उन्हें बार-बार हाथ धोने के फोबिया से बचना चाहिए.
4. अपनों से जुड़ने का सही समय
सेल्फ-आइसोलेशन में जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है. ऐसे में आप अपने करीबी दोस्तों या रिश्तेदारों को फोन करें, उनसे बातें करें. हो सके तो वीडियो कॉल करें. इससे दिमाग़ को काफी शांति मिलती है. इसके साथ ही योगा भी करें.
5. आगे बढ़ें
ओसीडी से बचने का सबसे बेहतर तरीका आगे बढ़ना है, फालतू की चीज़ों पर ध्यान न दें. आगे बढ़ें, अतीत में न रहें.