कोरोना संकट के बीच नीतीश सरकार का किसानों के लिए बड़ा फैसला, समय पर पूरा होगा खेती का काम, रात 8 बजे तक खुलेंगे सुधा मिल्क बूथ

कोरोना संकट के बीच नीतीश सरकार का किसानों के लिए बड़ा फैसला, समय पर पूरा होगा खेती का काम, रात 8 बजे तक खुलेंगे सुधा मिल्क बूथ

PATNA : कोरोना संकट के बीच किसानों की परेशानी को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. बिहार सरकार की ओर से यह बताया गया है कि लॉक डाउन के बीच अब किसानों को दिक्कत नहीं होगी. सरकार की ओर से यह कहा गया है कि समय रहते अब खेती का सारा काम पूरा कर लिया जायेगा. इसके साथ ही सुधा बूथ को दूध की सप्लाई के लिए रात 8 बजे तक खुला रखने का निर्देश दिया है.


बिहार सरकार के इस बड़े निर्णय के बाद सुधा बूथ रात 8 बजे तक खुला रहेंगे. इस नियम को आज से लागू किया गया है. कृषि सचिव एन सरवन कुमार ने यह जानकारी दी कि 400 से अधिक स्टॉल हैं. पटना आमीन कुल 80 दुकानें हैं. जिसे खुला रखा जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अब खेती का सारा काम समय रहते पूरा कर लिया जायेगा.फसल अवशेष जलाने से किसानों के खेत खराब होते हैं. सभी डीएम को यह निर्देश दिया गया है कि फसल अवशेष जलाने वालों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.


कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में लॉक डाउन की घोषणा की गई है. बिहार में भी लॉक डाउन का काफी असर देखने को मिल रहा है. बिहार में लॉक डाउन के कारण कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. इसके साथ ही छोटे व्यापारियों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पद रहा है. जिसको देखते हुए सरकार ने तमाम बड़े बदलाव किये हैं.


बिहार सरकार ने मांस, मछली और अंडे के दुकान को खुला रखने का निर्देश दिया है. कृषि सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से इसकी जानकारी दी कि लॉक डाउन के कारण किसानों को दिक्कत हो रही है. कृषि और कृषि से संबंधित क्षेत्र को लॉक डाउन के दायरे से बाहर रखा है. कृषि एन सरवन कुमार ने यह जानकारी दी कि मटन, अंडे, मछली की दुकान अब खुले रहेंगे.


कृषि सचिव एन सरवन कुमार ने बताया कि पशु चारा के दुकान भी खुला रहेंगे. किसी भी प्रकार के ट्रांसपोर्टेशन पर कोई रोक नहीं है. उन्होंने बताया कि पुलिस किसी भी दुकान को खुले रहने पर उसे बंद नहीं करेगी. कृषि विभाग ने डीजीपी को भीड़ को रेगुलेट करने को कहा है. उन्होंने बताया कि दुकान बंद रहने से किसानों, पशुपालकों, मछली उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है.