हालात बिगड़े तो सरकार का फैसला, भागलपुर और गया मेडिकल कॉलेज कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल होंगे

हालात बिगड़े तो सरकार का फैसला, भागलपुर और गया मेडिकल कॉलेज कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल होंगे

PATNA : बिहार में कोरोना की दूसरी लहर ने जब झटका देना शुरू किया तो सरकार भी सचेत हो गई। सरकार ने आनन-फानन में अब पटना के एनएमसीएच के बाद भागलपुर और गया मेडिकल कॉलेज को कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बनाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि भागलपुर और गया मेडिकल कॉलेज को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। इसके साथ ही पटना के राजेंद्रनगर नेत्र अस्पताल व मेदांता में भी संक्रमितों का इलाज होगा।


शुक्रवार को ऑनलाइन प्रेस कफ्रेिंस को संबोधित करते हुए प्रत्यय अमृत ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजेंद्रनगर में 100 बेड का और मेदांता में फिलहाल 50 बेड के साथ कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू होगा। पाटलिपुत्र अशोक होटल में स्थित कोविड केयर सेंटर में 137 बेड का इंतजाम है। बिहटा स्थित ईएसआई अस्पताल में 50 बेड पर संक्रमितों का इलाज शुरू किया गया है। भारत सरकार से डॉक्टर की मांग की गई है, उनके आते ही सभी 500 बेड पर इलाज की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।


प्रधान सचिव के मुताबिक पटना के सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि कोविड केयर सेंटर की जानकारी आम लोगो को उपलब्ध कराए ताकि लोगों को इलाज के लिए भटकना नही पड़े। इसी तरह सभी जिलों को भी कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है।