ब्रेकिंग न्यूज़

60 साल के जीजा संग फरार हुई 35 साल की साली, परेशान पति ने रख दिया 10 हजार का इनाम वैशाली में पारिवारिक रंजिश का खौफनाक अंजाम, चचेरे भाई ने युवक को मारी गोली कटिहार में करंट से 2 सगी बहनों की दर्दनाक मौत, 4 लोग झुलसे, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप एक्शन मोड में पटना पुलिस: चेन स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश, बॉस समेत 7 गिरफ्तार JEHANABAD: अलीनगर पाली इमामबाड़े में राज्यपाल ने की ज़ियारत, बोले..लीडर वही जो सिर देने की ताकत रखे Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में इंजीनियर से लूटपाट, विरोध करने पर अपराधियों ने मारी गोली बखोरापुर में ऐतिहासिक किसान सम्मान समारोह, अजय सिंह ने किसानों को दी सशक्त भविष्य की सौगात बेगूसराय में रिश्तों का कत्ल: साले ने कुदाल से काटकर की जीजा की निर्मम हत्या, इलाके में सनसनी Bihar Crime News: बिहार के वहसी पिता की शर्मनाक करतूत, सगी बेटी के साथ कई सालों से जबरन कर रहा था रेप; थाने पहुंचा मामला

कोरोना के कहर के बीच जेल से छोड़े जाएंगे कैदी, बिहार के सात जेलों में बंद कैदी रविवार को होंगे रिहा

1st Bihar Published by: Updated Fri, 27 Mar 2020 10:16:21 PM IST

कोरोना के कहर के बीच जेल से छोड़े जाएंगे कैदी,  बिहार के सात जेलों में बंद कैदी रविवार को होंगे रिहा

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना वायरस की रोकथाम और जेल में कैदियों की संख्या घटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद 7 साल से कम सजयाफ्ता कैदी को पैरोल पर रिहा किया जा रहा है। कोसी और सीमांचल के सात जेलों में बंद 1720 कैदियों को रविवार की सुबह पैरोल पर रिहा कर दिया जाएगा। इस मामले को लेकर अंतिम बैठक कल यानि शनिवार को पटना के जेल निदेशालय में होगी। 


जेल मैनेजमेंट के द्वारा फिलहाल ऐसे कैदियों को डाटा मंगवा लिया गया है। इस मामले में बिहार के सभी जेल के जेलर और अधीक्षक को आवश्यक दिशा निर्देश के लिए पत्र भी भेजा जा रहा है। बताया जाता है कि छोड़े जाने वाले सभी कैदियों से जेल मैनेजमेंट के द्वारा बात की जा रही है। और उन्हें समझाया भी जा रहा है कि वह बाहर निकलने के बाद कोरोना वायरस से संबंधित चल रहे लॉक डाउन नियम का पालन करेंगे। इसके अलावा वह समाज की मुख्यधारा में जुड़ कर रहेगा तथा किसी भी तरह का अपराधिक घटना को अंजाम नहीं देगा।


जेल निदेशालय के द्वारा आदेश दिया गया है कि अधिकांश ऐसे कैदियों को छोड़े जाने के बाद जेल के अंदर अन्य कैदियों में निराशा का भाव नहीं हो। इसलिए उनके साथ भी सकारात्मक व्यवहार किया जाए और उन्हें भी समझाया-बुझाया जाए।  बिहार के अमूमन सभी जेलों में बंद ऐसे कैदियों से जेलर के द्वारा जब बात की गई तो सभी ने बाहर निकल कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर और किसी भी तरह के आपराधिक घटना नहीं करने की बात को दोहराया है। और नियम कायदे के साथ रहने की भी बात बताया है।