PATNA : कोरोना महामारी के दौर में बिहार पुलिस के दारोगा की ट्रेनिंग रोक दी गई थी लेकिन अब एक बार फिर से दारोगा की ट्रेनिंग शुरू होगी। हालांकि प्रशिक्षु दारोगा को कोरोना टेस्ट के बाद ही ट्रेनिंग में शामिल होने दिया जाएगा। आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट के साथ उन्हें ट्रेनिंग एकेडमी में पहुंचने का निर्देश दे दिया गया है। प्रशिक्षु दारोगा को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि ट्रेनिंग के पहले आरटीपीसीआर टेस्ट के अलावा किसी दूसरी जांच को मान्यता नहीं दी जाएगी।
दरअसल 2018 बैच के प्रशिक्षु दारोगा की ट्रेनिंग राजगीर स्थित पुलिस अकादमी में हो रही थी। इसी दौरान देश में कोरोना वायरस फैला और कोरोना ट्रेनिंग के दौरान ना फैले इसलिए मार्च 2019 में ट्रेनिंग को रोक दिया गया। ट्रेनिंग स्थगित करने के बाद प्रशिक्षु दारोगा को उनके जिलों में व्यवहारिक ट्रेनिंग के लिए प्रयुक्त किया गया था। अब दोबारा इन सब की बेसिक ट्रेनिंग शुरू होने जा रही है क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी को कोविड-19 टेस्ट कराने के बाद और निगेटिव होने पर ही रिपोर्ट के साथ अकादमी पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
बिहार के डीजीपी से मंजूरी मिलने के बाद राजगीर स्थित पुलिस अकादमी के उप निदेशक के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। 2018 बैच में 1600 से ज्यादा प्रशिक्षु दारोगा शामिल हैं। इन सब की बेसिक ट्रेनिंग राजगीर स्थित पुलिस अकादमी में होती है। हालांकि इनकी बड़ी संख्या को देखते हुए और कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर अब इनकी ट्रेनिंग 2 संस्थानों में कराने का फैसला लिया गया है। राजगीर के अलावा अब डुमरांव में भी दारोगा की ट्रेनिंग कराई जाएगी। राजगीर के अलावे 601 प्रशिक्षुओं को डुमरांव स्थित मिलिट्री पुलिस में प्रशिक्षण दिया जाएगा। 4 फरवरी से ट्रेनिंग दोबारा शुरू होगी। सभी प्रशिक्षु दारोगा को कहा गया है कि राजगीर पुलिस अकादमी में 30 और 31 जनवरी और 2 फरवरी को योगदान करें