कोरोना काल में बिहार की महिलाओं पर बढ़ा जुल्म, लॉकडाउन पीरियड में घरेलू हिंसा के मामले ज्यादा

कोरोना काल में बिहार की महिलाओं पर बढ़ा जुल्म, लॉकडाउन पीरियड में घरेलू हिंसा के मामले ज्यादा

PATNA : कोरोना काल में बिहार की महिलाओं के ऊपर घरेलू हिंसा के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है. बिहार में पिछले 2 महीने के अंदर घरेलू हिंसा के लगभग 800 नए मामले सामने आए हैं. यह सभी मामले बिहार राज्य महिला आयोग के पास पहुंचे हैं. लॉक डाउन पीरियड में भले ही आयोग का कार्यालय बन रहा हो लेकिन ऑनलाइन या फोन से शिकायतों का अंबार लग गया.


बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणी मिश्रा ने लगातार घरेलू हिंसा सहित अन्य तरह की महिला उत्पीड़न के मामलों में फोन से सुनवाई की है. ऑनलाइन शिकायतें ली गई है. आयोग की वेबसाइट के माध्यम से सुनवाई की प्रक्रिया को जारी रखा गया है और फोन से कई मामलों का निपटारा भी किया गया. बावजूद इसके अभी भी लगभग साढे 700 सौ से ज्यादा मामले लंबित पड़े हुए हैं.


लॉकडाउन पीरियड में घरेलू हिंसा के मामलों में जबरदस्त उछाल के पीछे पुरुषों का घर में रहना माना जा रहा है. बाजार और ऑफिस बंद होने के कारण सभी लोग लॉकडाउन पीरियड में घर के अंदर रहे और ऐसी स्थिति में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ. घर में पुरुषों की मौजूदगी की वजह से महिलाएं ज्यादा प्रभावित हुई