DELHI : कोरोना काल में संसद का मानसून सत्र कैसे चलाया जाए, इसे लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है. राज्यसभा के सभापति सह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की है. बैठक में दोनों के बीच संसद के मानसून सत्र को लेकर अलग-अलग विकल्पों पर विचार किया गया है. संसद के मानसून सत्र में कई विधाई कार्यों को निपटाया जाना है. सरकार की तरफ से कई विधेयक भी लाए जाने हैं, लिहाजा अब इसके स्वरूप को लेकर चर्चा हो रही है.
मानसून सत्र के दौरान संसद के अंदर लोकसभा या राज्यसभा में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का अगर पालन किया गया, तो सभी सांसदों का बैठ पाना असंभव है. लोकसभा के सेंट्रल हॉल में अगर सोशल डिस्टेंसिंग के तहत सांसदों को बैठाया जाएगा, तब भी केवल 100 सांसद ही वहां बैठ पाएंगे. राज्यसभा में सदन के अंदर 245 की जगह केवल 7 सांसदों को ही जगह मिल पायेगी. इस स्थिति को देखते हुए आज उपराष्ट्रपति और स्पीकर ओम बिरला के बीच गहन चर्चा हुई.
मानसून सत्र को लेकर विकल्प पर चर्चा के दौरान विज्ञान भवन को लेकर भी विचार आया लेकिन यहां भी सांसदों का सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठ पाना असंभव है. सूत्र बता रहे हैं कि एक अन्य विकल्प पर भी चर्चा हुई कि कुछ सांसदों को दर्शक दीर्घा में बैठाया जाए, लेकिन इससे भी सदन के अंदर पूरी संख्या बल को एडजस्ट कर पाना मुश्किल होगा. अब इस बात पर माथापच्ची हो रही है कि इस संसद का सत्र वर्चुअल तरीके से कैसे चलाया जाये.