बेगूसराय में ट्रेन से कटकर 16 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, सिर धड़ से हुआ अलग पूर्णिया में भीषण सड़क हादसा: दो बाइक की टक्कर में तीन युवकों की दर्दनाक मौत मुजफ्फरपुर के SDM को मिली जान से मारने की धमकी, जदयू का पूर्व नेता गिरफ्तार Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar News: शिवम हायर एजुकेशन फाउंडेशन और पटेल नर्सिंग कॉलेज में हुआ भव्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी
1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 May 2020 08:24:09 AM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : कोरोना संक्रमण के इस काल में दशकों बाद ऐसा होगा कि मुजफ्फरपुर की शाही लीची और भागलपुर के जर्दालु आम की महक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास में नहीं पहुंचेगी.
इस बार राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास पर शाही लीची और जर्दालु आम नहीं भेजी जा रही है. ऐसा पहली बार हुआ है कि कैबिनेट सचिव की ओर से शाही लीची राष्ट्रपति और पीएम आवास भेजने को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है. जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार के मुताबिक इस बार लीची राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास पर भेजने का कोई दिशा-निर्देश नहीं है, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इस बार शाही लीची और जर्दालु आम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास पर नहीं भेजे जाएंगे.
बता दें कि हर साल बिहार सरकार भागलपुर का जर्दालु आम दिल्ली में रहने वाले देश के तमाम लोगों को भेजती रही है. खबर के मुताबिक आम सुल्तानगंज के तिलकपुर गांव स्थित मधुबन बगीचा से भेजा जाता है. मालिक और उत्पादक संघ के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि हर बार 21-22 मई को खरीदने के लिए राज्य सरकार की थी भेजी गई चिट्ठी जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें मिल जाती थी और 1 से 2 जून के बीच आम बगीचा से उठ जाता था. लेकिन इस बार अभी तक ऐसा कोई भी आदेश बिहार सरकार की ओर से उन्हें नहीं मिला है. जिसके बाद यह माना जा रहा है कि मुजफ्फरपुर की शाही लीची और भागलपुर का जर्दालु आम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास में नहीं भेजा जाएगा.