AURAGABAD: बिहार में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। इसे देखते हुए सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है। लोगों को इस गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की जा रही है। कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों को दो गज दूरी मास्क है जरूरी और सेनिटाइजर का प्रयोग करने की बात कही जा रही है लेकिन औरंगाबाद में सरकार के गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसे देखने वाला तक कोई नहीं है। औरंगाबाद सदर अस्पताल की जो तस्वीरें सामने आई है उसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इन तस्वीरें को देखने से लगता है कि शायद इन्हें कोरोना का डर नहीं है।
दरअसल औरंगाबाद पुलिस लाइन में सिपाही भर्ती के लिए आयोजित दौड़ में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मेडिकल के लिए कोरोना की जांच कराने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद सभी महिला व पुलिस अभ्यर्थी सदर अस्पताल पहुंचे और कोरोना की जांच के लिए कतार में लग गये। जांच केंद्र पर अभ्यर्थियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया गया। जांच केंद्र के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर सिपाही अभ्यर्थियों की भीड़ ऐसी लग गयी कि इस दौरान धक्का मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो गयी। सिपाही बहाली के लिए दूसरे जिलों से आए अभ्यर्थियों ने सरकारी व्यवस्था को आड़े हाथों लेते हुए अपनी जमकर भड़ास निकाली।
अभ्यर्थियों ने भी माना कि यहां कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। कोरोना जांच की व्यवस्था पुलिस केंद्र पर ही की जानी चाहिए थी। अभ्यर्थियों की भीड़ ऐसी है कि जो कोरोना नेगेटिव होगा वह भी पॉजिटिव हो जाएगा। ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा भी बढ़ सकता है।