SAMASTIPUR: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर ने हड़कंप मचा दिया है। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से आम लोग काफी परेशान है। इस महामारी के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने पूरे जिले में नाइट कर्फ्यू लगाया है ताकि कोरोना का चेन को तोड़ा जा सके। कोरोना के कहर से समस्तीपुर के लोग भी झेल रहे हैं। समस्तीपुर में कोरोना अपना पांव तेजी से पसार रहा है जहां 600 से अधिक लोग अब तक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। साथ ही मौत का आकड़ा भी बढ़ रहा है। रविवार को डीआरएम कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर की मौत के बाद आज दूसरे दिन डीएवी स्कूल के शिक्षक की कोरोना से मौत के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर में 52 वर्षीय शांति कुमार वर्मा की मौत कोरोना से हो गई। वे डीएवी स्कूल के शिक्षक थे।
बताया जाता है कि शिक्षक शांति कुमार वर्मा पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमित थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन की टीम ने आनन-फानन में शव का दाह संस्कार किया और मोहनपुर स्थित उनके आवास के आस-पास के इलाकों को सील कर कंटेनमेंट जोन बना दिया गया। इस दौरान बाहरी लोगों को इलाके में प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है साथ ही मुहल्ले के लोगों को भी बाहर निकलने से मना किया गया है।
गौरतलब है कि इससे पूर्व रविवार को समस्तीपुर रेल मंडल कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर इंद्र भूषण प्रसाद की कोरोना से मौत हो गई थी। कोरोना संक्रमित होने के बाद वे समस्तीपुर रेलवे अस्पताल में ही क्वारेंटाइन थे जहां उनका इलाज चल रहा था। इंद्र भूषण प्रसाद की मौत की खबर मिलते ही रेल मंडल में शोक की लहर है। रेल कर्मी के परिवार में भी कई लोग अब भी कोरोना संक्रमित हैं जिनका इलाज चल रहा है।