बिहार में बढ़ा अपराध: सासाराम में फायरिंग से किशोर घायल, बगहा में एक व्यक्ति को मारा चाकू झारखंड में बड़े सियासी उलटफेर के संकेत, अमित शाह के संपर्क में हेमंत-कल्पना सोरेन तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी का देवताओं पर विवादित बयान, कहा..हिंदू धर्म में पियक्कड़ों के लिए अलग भगवान PATNA POLICE: 'शक्ति सुरक्षा दल' ने लिया महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा, कोई दिक्कत हो तो इन नंबरों पर करें कॉल पटना के बिहटा में जमीन कारोबारी पर हमला, 11 लाख कैश और दो सोने की चेन लूटकर भागे अपराधी Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्यों में आएगी और पारदर्शिता, अधिकारियों की होगी ग्रेडिंग; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए निर्देश PATNA: कांग्रेस की मीटिंग से गायब रहे 15 जिलाध्यक्ष, पार्टी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार में नए रेल पुल को मिली मंजूरी, प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे इतने हजार करोड़; इन जिलों से होगी सीधी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 05 Nov 2023 06:55:04 PM IST
- फ़ोटो
MADHUBANI: पटना के गांधी मैदान में पिछले दिनों सीपीआई के मंच से सीएम नीतीश ने गठबंधन के प्रति कांग्रेस के रवैये पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त है, उसे गठबंधन से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश के नाराजगी जताने के बाद मीडिया में खबरें आईं कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है और इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे। कांग्रेस से नीतीश की नाराजगी पर प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया आई है।
जन सुराज यात्रा पर मधुबनी पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा है कि आप बिना किसी नैरेटिव के, बिना किसी विचारधारा के, बिना किसी कार्यक्रम के आप अलग-अलग दलों के नेताओं को एक साथ बैठा देंगे। नेता या दल एक साथ चाय पी सकते हैं, नाश्ता कर सकते हैं, इसके बाद प्रेस वार्ता भी कर सकते हैं, लेकिन उससे जमीन पर कोई असर नहीं हो सकता। दो सालों से बता रहा हूं कि नेताओं के साथ बैठ जाने से गठबंधन की ताकत नहीं बनती।
पीके ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन में जो आपस में खींचतान दिख रही है वो तो होना ही था। इन्होंने अपना कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तक शुरू नहीं किया ताकि जनता कुछ समझ पाए। यही कारण है कि नीतीश कुमार ने दो दिन पहले कहा था कि कांग्रेस सीरियस नहीं है। इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मध्य प्रदेश की घटनाओं पर अपनी राय रख चुके हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा विरोधाभास और अधिक देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अगर आपके पास नैरेटिव नहीं है और जमीन पर जनता से जुड़ने के लिए मुद्दे नहीं हैं तो आपको राजनीतिक सफलता मिल ही नहीं सकती। विपक्षी गठबंधन की पिछले चार महीने में कोई उपलब्धि नहीं है। विपक्षी दल तीन बार मिले और अपना नाम UPA से बदल कर I.N.D.I.A कर दिया है। इसके बाद न तो कोई कार्यक्रम घोषित किया गया और ना ही कोई कार्यक्रम हुआ।