कांग्रेस ने विशेष राज्य के मुद्दे को बताया गैर जरूरी, कहा.. इससे ज्यादा जरूरी स्वास्थ्य और शिक्षा है

कांग्रेस ने विशेष राज्य के मुद्दे को बताया गैर जरूरी, कहा.. इससे ज्यादा जरूरी स्वास्थ्य और शिक्षा है

PATNA : बिहार में विशेष राज्य के दर्जे का मुद्दा जेडीयू छोड़ना नहीं चाह रही तो बीजेपी इसे बार-बार नकार रही है. यहीं अब कांग्रेस ने भी बीजेपी के राह पर चलते हुए विशेष राज्य के दर्जे पर बड़ा बयान दिया है. कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने जातीय जनगणना और स्पेशल स्टेटस के मुद्दे पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ राजनीतिक दल गैर जरूरी मुद्दों पर ही बात करते हैं.


उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना और स्पेशल स्टेटस की बात कई बार केंद्र सरकार ने ठुकरा दी है. अब इन विषयों पर सिर्फ राजनीति होती है. इन विषयों से ज्यादा जरूरी स्वास्थ्य और शिक्षा को बेहतर करने की जरूरत है बिहार में. गैर जरूरी मुद्दों को बार-बार उठाने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्ष का एक मुद्दे पर एकजुट होना जरूरी है.


वहीं झारखंड में भोजपुरी और मगही भाषा को क्षेत्रीय भाषा की सूची से बाहर करने पर कांग्रेसी एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि झारखंड सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांग्रेस पार्टी यह आग्रह कर रही है. बिहार-झारखंड का पुराना रिश्ता है और बोलचाल की भाषा उन लोगों की मगही और भोजपुरी है.


जदयू का यह कहना कि कांग्रेस सत्ता में है दबाव बनाएं इस विषय पर कांग्रेसी एमएलसी ने कहा कि किस तरह से दबाव बनाया जाता है वह जदयू बताएं. क्योंकि केंद्रीय सत्ता में जदयू बीजेपी भी है और बिहार को विशेष राज्य के दर्जा की मांग जदयू कर रही है. इस मांग को लेकर भी जदयू बीजेपी पर किस तरह से दबाव बनाएगी वह पहले बताएं. सिर्फ बयान देकर अपना पल्ला झाड़ने से काम ना चलाए जदयू.