PATNA : कांग्रेस पार्टी के विधायक के ऊपर डीएम से शिकायत की गई है. जमीन हड़पने और धमकाने का आरोप लगाकर जिलाधिकारी से विधायक के खिलाफ शिकायत की गई है. इस खबर के सामने आने के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया है. जो लेटर डीएम को लिखा गया है, वह सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें एमएलए के ऊपर कई गंभीर आरोप लगे हैं.
दरअसल पूर्व विधायक स्वर्गीय अखिलेश सिंह की मां वर्तमान और रायबरेली कांग्रेस सदर सीट से विधायक अदिति सिंह की दादी ने अपनी पोती और अपनी बहू पर धमकाने और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है. डीएम, रायबरेली को दिए गए एक चिट्ठी वायरल होने के बाद यह पूरा मामला सामने आया है.
कमला सिंह ने डीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि वह पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की मां और वर्तमान विधायक अदिति सिंह की दादी हैं. उन्होंने लिखा, 'मेरे बेटे अखिलेश कुमार सिंह की अकाल मृत्यु के बाद मेरी बहू वैशाली सिंह, पोती अदिति सांह और देवांशी सिंह मुझे 30 दिसंबर 2019 की सुबह आकर मेरे कमरे में मुझे डराया धमकाया. मेरे नाम जो भी जमीन है उसको अपने नाम करने का दबाव बनाने लगीं. मेरे कमरे का रखा सामान तोड़फोड़ डाला.'
कमला ने पत्र में लिखा है कि 'मैं एक 85 साल की बुजुर्ग महिला हूं. मैं बहुत दुख से गुजर रही हूं. मैं उनकी नाजायज शर्तों को नहीं मान रही हूं तो तीनों मुझे अलग-अलग तरीके से परेशान कर रही हैं. मेरे नौकरों को भी डराया धमकाया जा रहा है. उन्हें मेरी सेवा न करने को कहा जा रहा है. मेरे छोटे बेटे कमलेश ने मेरा बचाव किया. मुझे अच्छे से रख रहा है. मैंने अपनी सिधौना स्थित जमीन पर अपनी जमा पूंजी से बाउंड्री करवाई. वैशाली और देवांशी ने अपने गार्डों से बाउंड्री उखड़वाकर फिंकवा दी.'
अदिति की दादी ने कहा कि उन्होंने घर की बड़ी होने के नाते अपनी बहू और पोतियों से बातचीत करके मामला हल करने का प्रयास किया लेकिन वे लोग नहीं मानी. उसके बाद उनका अत्याचार और बढ़ गया जिसके बाद वह परेशान होकर पुलिस प्रशासन से मदद मांग रही हैं.
रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक रहे अखिलेश सिंह ने अपनी राजनीति विरासत बेटी अदिति सिंह को सौंपी थी. अदिति 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ी और जीती थीं. कुछ समय पहले ही अदिति सिंह की शादी पंजाब में कांग्रेस विधायक अंगद सैनी के साथ हुई है. वे पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर से विधायक हैं.
कुछ महीने पहले विधायक अदिति सिंह का कांग्रेस का मोहभंग हो गया है. वह पिछले साल दो अक्टूबर को योगी सरकार द्वारा बुलाए गए विधानमंडल के विशेष सत्र में पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करते हुए सदन में उपस्थित हो गई थीं. अब वे पार्टीलाइन से अलग जाकर ही काम कर रही हैं.