कांग्रेस और राजद विधायकों के BJP में आने पर बोले विजय सिन्हा..अभी तो ये शुरूआत है..बंधूआ मजदूर की तरह नहीं रहना चाहते MLA

कांग्रेस और राजद विधायकों के BJP में आने पर बोले विजय सिन्हा..अभी तो ये शुरूआत है..बंधूआ मजदूर की तरह नहीं रहना चाहते MLA

PATNA: महागठबंधन में बड़ी टूट हो गयी। कांग्रेस को दो विधायक और राजद के एक विधायक बीजेपी में शामिल हो गये। कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम के साथ-साथ राजद से संगीता देवी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और पूर्व मंत्री मंगल पांडेय ने तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल कराया। बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बड़ा दुखद है कि विपक्ष में भगदड़ मचा है। विपक्ष के नेता सदन में अपनी जिम्मेवारी निर्वहन नहीं कर रहे हैं हताश और निराश होकर वो दौरा कर रहे हैं। अभी तो ये शुरुआत है उनके कई विधायक उनको छोड़ने को तैयार है।


उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महागठबंधन के विधायक नेतृत्वविहिन हैं वो मजबूत नेतृत्व के साथ चलने के लिए संकल्पित हो रहे है। हम तो कोई खेला नहीं करते हैं सच्चाई है कि न्योता उन्होंने दिया था और जब न्योता देते है तो विजय का काम है बिजे करवाना और आज ये शुरुआत हो चुकी है। उनके कई विधायक उनको छोड़ने को तैयार है। बंधूआ मजदूर की तरह विधायक रहना नहीं चाहता है परिवारवादी और वंशवादी के बीच में वो बंधूआ मजदूरी से मुक्त होना चाहता है विधायिका का सम्मान बढ़े और गरिमा से विधायक जिये एक परिवार एक वंश और भ्रष्ट्राचारी के जमींदारी प्रवृत्ति से विधायक मुक्त होना चाहता है। अभी तो यह शुरूआत है। 


बता दें कि इससे पहले फ्लोर टेस्ट के दौरान राजद के तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्वाद यादव पाला बदल जेडीयू खेमे में चले गये थे। आज एक बार फिर राजद के एक विधायक संगीता देवी ने पाला बदल लिया है इस बार राजद विधायक बीजेपी खेमे में चले गये। वही कांग्रेस के दो विधायक सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम ने भी पाला बदल लिया है। इसके साथ ही बिहार की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। बिहार के बड़े डॉक्टरों में से एक दिवंगत उत्पल कांत के बेटे सिद्धार्थ विक्रम से कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं। बताया जाता है कि नीतीश कुमार के फ्लोर टेस्ट से पहले कांग्रेस विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया था। जिसमें तीन विधायक हैदराबाद नहीं गये थे। उनमें एक सिद्धार्थ भी थे जो कांग्रेस के अन्य विधायकों के साथ हैदराबाद नहीं गये। अब उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। 


वही मुरारी गौतम महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री थे जबकि संगीता देवी कैमूर के मोहनियां से राजद की विधायक है। बता दें कि तेजस्वी यादव इन दिनों जन विश्वास यात्रा पर हैं। 20 फरवरी से वे लगातार यात्रा कर रहे हैं बिहार के कई जिलों में जाकर अपनी बात रख रहे हैं और लोगों को 3 मार्च को महागठबंधन की महारैली में आने का न्योता दे रहे है। लेकिन महागठबंधन की रैली से पहले ही बड़ी टूट हो गयी। महागठबंधन के एक साथ 3 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।


बिहार के मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि जिस तरीके से आज महागठबंधन के विधायक शामिल हुए हैं यह बड़ी बात है। आने वाले दिनों में और भी कई विधायक शामिल होंगे और भारतीय जनता पार्टी और मजबूत होगी। प्रेम कुमार ने दावा किया कि और भी विधायक संपर्क में हैं। आगे आगे देखिए होता है क्या? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार पूरा कार्यकाल पूरा करेगी। वही कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां उन्हें पसंद है और हम उससे काफी प्रभावित हुए। इसीलिए हमने भाजपा में आने का फैसला लिया।


भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधान परिषद के सदस्य संजय मयूख ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से लोग प्रभावित हुए हैं। वही लोग आ रहे हैं जिनके नेता कह रहे थे कि खेला होगा। लेकिन अब आगे आगे देखिए होता है क्या? खेला होने वाले को जवाब मिल रहा है। जैसे जैसे तेजस्वी की यात्रा आगे बढ़े वैसे वैसे विकास और सुशासन के प्रति लोगों का समर्थन बढ़ेगा। ये खेला नहीं है ये विकास के प्रति बिहार के जनप्रतिनिधियों का समर्थन है। बिहार के विकास के प्रति जो 2020 में जनादेश मिला था उस जनादेश के बाद लगातार जो भी व्यक्ति विकास के प्रति समर्पित है वह भाजपा और जेडीयू के साथ चलने को तैयार है। आगे भी एनडीए बिहार के विकास के लिए कटिबद्ध रहेगी। 


बिहार के पूर्व मंत्री मंगल पांडेय ने बीजेपी में आए तीनों विधायकों का स्वागत किया। नितिन नवीन ने कहा कि राजद के लोगों ने विधायकों को बंधक बनाकर रखा था कांग्रेस के लोगों ने विधायकों को उड़ाकर रखा था। तेजस्वी यादव और राहुल बाबा यात्रा पर घूम रहे हैं जो पार्टी को नहीं जोड़ पाए उनको उनके विधायकों ने जवाब दिया है। बिहार में भारी बहुमत से एनडीए की सरकार है। इसके बावजूद महागठबंधन को छोड़कर लोग आ रहे हैं। हम सभी विधायकों का स्वागत करते हैं।


जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पाला बदलने वाले कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों का एनडीए में स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि ये तो अभी शुरुआत है, आगे-आगे देखते जाइए क्या होता है। बिहार से महागठबंधन का नामोनिशान मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिन रात बिहार की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं और उनके काम से प्रभावित होकर विपक्ष के लोग एनडीए के साथ आ रहे हैं।


वही कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि जिन दो विधायकों ने पार्टी छोड़ी है उन्हें पार्टी निकालेगी और इस पूरे मामले में जो क़ानूनी प्रक्रिया है वह करेगी। जो विधायक गए हैं वो गद्दार हैं। ऐसे गद्दार विधायकों पर पार्टी कार्रवाई करेगी। कांग्रेस के बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि देखिए क्या हो रहा है। यह ऑपरेशन लोटस का असर है। उन्होंने कहा कि हमने सरकार के खिलाफ एकजुटता के साथ वोट किया था लेकिन अब ऑपरेशन लोटस से विधायकों को तोड़ा जा रहा है। वही जदयू के मुख्य प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा कि राजनीतिक तौर पर तेजस्वी यादव फरार हैं। इसीलिए उनका कुर्की और वारंट हो गया है। उन्होंने कहा कि खेल होने की बात कर रहे थे अब क्या हो रहा हो रहा है यह समझिए?