सीओ ने मुखिया के पति से रगड़वाई नाक, पैर छूकर माफ़ी भी मंगवाई

सीओ ने मुखिया के पति से रगड़वाई नाक, पैर छूकर माफ़ी भी मंगवाई

DESK : पंचायत चुनाव के पहले सीओ द्वारा प्रधान के पति से पैर छुआकर नाक रगड़वाने का मामला सामने आया है. प्रधान के पति भाजपा नेता भी हैं जिस वजह से जब मामला भाजपा विधायक तक पहुंचा तो सियासत तेज हो गई. घटना यूपी के पीलीभीत में बिलसंडा के मरौरी खास गांव की बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार, बीसलपुर के निवर्तमान प्रधान के पति ने बीसलपुर सीओ पर एक मंदिर व्यवस्थापक के पैर छुआकर नाक रगड़वाने का आरोप लगाया है. अब जब मामला भाजपा विधायक रामसरन वर्मा तक पहुंचा तो उन्होंने इसकी शिकायत अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी और डीएम, एसपी से की और घटना को लेकर नाराजगी जाहिर की. 


विधायक का कड़ा रुख देखकर एएसपी तुरंत एक्शन में आये और उन्होंने बिलसंडा थाने पहुंचकर निवर्तमान प्रधान के पति का बयान दर्ज किया. उधर जिस मंदिर की यह घटना है, वहां के व्यवस्थापक ने भी ग्राम प्रधान के पति पर कब्जा कराने का आरोप लगाया है. जानकारी के अनुसार, सीओ विनीत सिंह महाशिवरात्रि पर्व से पहले मंदिरों का निरीक्षण करने निकले थे. निवर्तमान प्रधान के पति संजीव अवस्थी का आरोप है कि उन्हें उनके ही पंचायत क्षेत्र में स्थित मढ़ानाथ मंदिर में पुलिस ने बुलाया. पुलिस और प्रधान के पति आपस में बातचीत करने लगे. तभी सीओ ने उनके साथ गालीगलौज कर ग्रामसमाज की जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाया. 


सीओ द्वारा लगाये गए इन आरोपों को जब प्रधान पति ने ख़ारिज किया तो सीओ भड़क गये. सीओ ने प्रधान पति से मंदिर व्यवस्थापक के पैर छुआए और नाक भी रगड़वाई. विरोध पर फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी. जिसके बाद प्रधान पति अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ विधायक रामसरन वर्मा के पास पहुंचे. इस मामले पर भाजपा विधायक ने नाराजगी जाहिर की और मामला बड़े अधिकारियों तक पहुंच गया. डीएम ने तुरंत ही बिलसंडा इंस्पेक्टर को फोन कर मामले की जानकारी ली. 


इधर बीसलपुर सीओ विनीत सिंह ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज कर दिया है. सीओ का कहना है कि प्रधान के पति गलत आरोप लगा रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं हुआ, न तो पैर छुआये और न ही नाक रगड़वाई गई. मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. फिलहाल एसपी के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद एएसपी को मौके पर भेजकर जांच कराई गई है. जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जा रही है