बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना, डीएम ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी की रद्द बिहार-झारखंड बॉर्डर के कई गांव में हाथियों का आतंक: 22 हाथियों के झुंड ने पहुंचाया फसलों को भारी नुकसान Bihar News: बिहार में पर्यटकों को अब यह विशेष सुविधा देगी सरकार, आजादी के साथ मिलेगा शानदार VVIP ट्रीटमेंट 200 रुपये देकर पप्पू यादव ने बच्चे से लगवाये नारे, मासूम बोला-पप्पू सर जिंदाबाद, पप्पू यादव जिंदाबाद Bihar News: बिहार के हजारों शिक्षकों को नए साल से पहले सरकार का गिफ्ट, होने जा रहा यह बड़ा काम 23 नवंबर को सहरसा से अमृतसर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी, रेलवे ने जारी किया पूरा रूट और टाइमिंग सरकार बनने के बाद 25 नवंबर को नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक, बड़े फैसलों की उम्मीद Bihar Minister List: सीएम सहित सभी मंत्रियों के बीच बंट गया विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय ने जारी की अधिसूचना Bihar News: बिहार में 'कैरावैन' से करिए सैर....एक सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा, 75 KM के लिए लगेंगे इतने हजार रू,जानें.... मिथिला विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में हंगामा: भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन, कई हिरासत में
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Thu, 19 Dec 2024 12:00:16 PM IST
- फ़ोटो
Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से प्रगति यात्रा पर निकल रहे हैं. मुख्यमंत्री की यात्रा पर विपक्ष निशाना साध रहा है. वहीं बारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रगति यात्रा निकालने को लेकर बधाई और साधुवाद दिया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 से लेकर अब तक एक दर्जन से ज्यादा यात्राएं कर चुके हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 जुलाई 2005 को सत्ता परिवर्तन के लिए जो न्याय यात्रा निकाली थी, उसका परिणाम यह रहा था कि पूरे बिहार में लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए को अपना भरपूर समर्थन दिया था. न्याय यात्रा से शुरू होकर प्रगति यात्रा तक का सफर श्री नीतीश कुमार के ट्रैक रिकार्ड को भी बताता है कि किस तरह से उन्होंने बिहार में सुचारू रूप से शासन किया है. मुख्यमंत्री जी की यह 16वीं यात्रा है. उन्होंने जितनी यात्राएं की है उसका सकारात्मक उद्देश्य रहा है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जो जनता दर्शन के लिए निकले है उसका उद्देश्य केवल और केवल वोट है। उनकी यात्रा मकसद समाज को तोड़ना है और समाज को भड़काना है। चुनाव के बाद ये दर्शन नही देंगे, गायब हो जाएंगे। भाजपा प्रवक्ता मनोज शर्मा ने आगे कहा कि राजनीति सेवा के लिए होती है , इसे संकल्प मानकर किया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमारेने अपने जीवन काल में राजनीति को सही मायने में चित्रित किया है। राजनेताओं को अक्सर अपनी जनता के बीच में रहना होता है, उनकी समस्याओं को जानना होता है, उनका फीडबैक लेना होता है, ऐसे में नीतीश कुमार लगातार अपनी यात्राओं में लोगों से मिलते हैं, विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं, आम जनता से फीडबैक लेते हैं। उनके काम करने के इस तरीके को अब दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री भी फॉलो कर रहे हैं। यह बिहार के लिए गर्व की बात है।
पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के बारे में कहा कि 23 दिसंबर से मुख्यमंत्री पश्चिम चंपारण से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस दौरान वह पांच जिलों में प्रवास करेंगे। जो लोग इस यात्रा के बारे में सवाल उठा रहे हैं या फिर पहले की यात्राओं पर भी सवाल उठा रहे हैं उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीख लेनी चाहिए कि राजनीति में किस तरीके से आदर्शवाद, समाजवाद और सिद्धांतवाद को लेकर काम किया जाता है। जो लोग सवाल उठा रहे हैं उनकी राजनीति परिवारवाद, धर्मवाद, जातिवाद पर टिकी है, जो राजनीति के लिए अभिशाप है।