ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Top Girls School: पटना के टॉप 5 गर्ल्स स्कूल, जहां मंत्री-विधायक समेत IAS-IPS की बेटियां लेती हैं शिक्षा Bihar News: जारी हुआ पटना-गोरखपुर वंदे भारत का टाइम टेबल, किन-किन स्टेशनों पर ठहरेगी ट्रेन? जानें.. Bihar News: मानसून के आने से पहले मौसम का कहर, बिहार में 12 लोगों की मौत Bihar News: राज्य में बनेंगे 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट, न्याय की व्यवस्था अब तुरंत; खौफ में अपराधी Bihar Monsoon: मानसून का इंतजार हुआ ख़त्म, मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और भीषण बारिश को लेकर जारी किया अलर्ट वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां

बजट पर बेबस नीतीश, कोई भी मांग पूरी नहीं, लेकिन नहीं जुटा पाये विरोध में बोलने की हिम्मत

1st Bihar Published by: 9 Updated Sat, 06 Jul 2019 02:14:05 PM IST

बजट पर बेबस नीतीश, कोई भी मांग पूरी नहीं, लेकिन नहीं जुटा पाये विरोध में बोलने की हिम्मत

- फ़ोटो

PATNA: बिहार की विशेष राज्य की मांग पर कोई नोटिस नहीं. बैकवार्ड रीजन ग्रांट फंड(BRGF) के तहत बिहार को मिलने वाली सहायता का कोई अता पता नहीं. बिहार के लिए कोई नयी योजना नहीं. निर्मला सीतारमण के आम बजट को बिहार के नजरिये से देखें तो यही बातें सामने आती हैं. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसे बेबस दिखे कि देश के आम बजट पर 6 लाइन का प्रेस रिलीज जारी कर चुप्पी साध ली. इस 6 लाइन की प्रेस रिलीज में भी आम बजट के लिए तारीफ के शब्द ही निकले हैं. बजट पर नीतीश की प्रेस रिलीज देश के आम बजट के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने प्रतिक्रिया देने की अपनी ही परंपरा को इस बार तोड़ दिया. हर साल बजट के बाद वे मीडिया के सामने लंबी चौड़ी प्रतिक्रिया देते थे. इस बार उन्होंने प्रेस रिलीज जारी किया है. मीडिया से दूरी शायद इसलिए बरती क्योंकि सवाल पूछे जाते, जिनके जबाव शायद उनके पास नहीं थे. नीतीश की प्रेस रिलीज में आम बजट का स्वागत किया गया है. उन्होंने केंद्र सरकार के हर घर तक जल पहुंचाने की योजना का भी स्वागत करते हुए कहा है कि वे इसे पहले से ही बिहार में लागू कर चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहन पर टैक्स में छूट और स्वच्छ भारत मिशन के गावों पर विस्तार के एलान को भी सराहनीय बताया है. यानि नीतीश को आम बजट की चार बातें सही नजर आयी. केंद्र में लंबे अर्से तक रेल मंत्री रह चुके नीतीश कुमार ने रेलवे में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप पर केंद्र सरकार को एक नसीहत भी दी है. उन्होंने कहा है कि सरकार को ये तय करना चाहिये कि जनता के बीच ये मैसेज न जाये कि रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है. बिहार के नजरिये से आम बजट डेढ़ महीने पहले नीतीश कुमार ने खुद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को फिर से जिंदा किया था. आम बजट में इसका नोटिस तक नहीं लिया गया. बिहार को पिछड़ापन से निकालने के लिए केंद्र सरकार से बैकवार्ड रीजन ग्रांट फंड से पैसा मिलता रहा है. बिहार-झारखंड के बंटवारे के वक्त ही केंद्र सरकार ने तय किया था कि बिहार को पिछड़ेपन से निकलाने के लिए खास मदद दी जायेगी. इस बार के बजट में इसका कोई जिक्र नहीं है. रघुराम राजन कमिटी ने भी पिछड़े राज्यों के लिए कई अनुशंसायें की थी. नीतीश खुद इस कमिटी की रिपोर्ट को अमल में लाने की मांग करते रहे हैं. बजट में ये तमाम बातें कहीं नहीं है. हालांकि केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए कई नयी योजनायें शुरू करने या पहले से चल रही योजनाओं में ज्यादा पैसे देने का एलान किया है. देश के सबसे गरीब राज्यों में शामिल बिहार को इसका फायदा मिलेगा. लेकिन बिहार के लिए कोई खास प्रावधान नहीं किया गया है. इतने बेबस क्यों हो गये नीतीश सवाल का एक ही जबाव है, सत्ता. नीतीश जानते हैं कि उनके बयानों से बीजेपी पहले से ही नाराज है. जेडीयू और बीजेपी के संबंधों में तल्खी साफ साफ दिखने लगी है. नीतीश को अपनी सत्ता बचाये रखने के लिए कोई दूसरा समीकरण फिलहाल नहीं दिख रहा है. ऐसे में बीजेपी को ज्यादा नाराज किया तो कुर्सी जा सकती है. लिहाजा बीजेपी या केंद्र सरकार के किसी फैसले पर नीतीश बड़े सोंच विचार कर ही कोई प्रतिक्रिया दे रहे हैं