PATNA: शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को जित तरीके से बेइज्जत किया, उसको लेकर सियासत गर्म हो गई है। खुद मांझी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हो गए हैं। जीतन राम मांझी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला है।
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एक्स पर लिखा कि, ‘नीतीश कुमार अगर आपको लगता है कि आपने मुझे मुख्यमंत्री बनाया यह आपकी भूल है। जब जदयू विधायकों ने लतियाना शुरू किया तो उसके डर से आप कुर्सी छोडकर भाग गए थे। अपनी नामर्दी छुपाने के लिए एक दलित पर ही वार कर सकतें है,औकात है तो ललन सिंह के खिलाफ बोलकर दिखाईए जो आपका ऑपरेशन कर रहें थें’।
इससे पहले जीतन राम मांझी ने विधानसभा परिसर में कहा था कि नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन पूरी तरह से बिगड़ गया है और उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि था कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनाकर कोई एहसान नहीं किया था बल्कि अपनी लाज बचाने के लिए सीधे-साधे आदमी को सीएम बनाया था।
मांझी ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री को भ्रम था कि ये तो भुइयां मुशहर का परिवार है, हम जो कहेंगे वह करेगा। दो महीने तक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी बातों को कहा लेकिन बात होने लगी कि जीतन राम मांझी रबर स्टॉप हैं और रिमोट से चलते हैं। मीडिया की इन बातों ने प्रेरणा दी। इसके बाद जब काम करने लगे तो मुख्यमंत्री का चमचा लोग बोला कि अगर चार-पांच महीना जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री रह गया तो आपको कुत्ता भी नहीं पूछेगा।
बता दें कि विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी। सदन में मुख्यमंत्री के बोलने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आरक्षण विधेयक पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेशक आरक्षण को बढ़ा दीजिए लेकर उसे धरातल पर उतरना चाहिए। इस दौरान मांझी ने जातीय गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाए जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी जगह खड़े होकर जीतन राम मांझी को जो नहीं कहना चाहिए वह भी कह गए।